यहां बकरी की बलि चढ़ाना है पाप!

देवता के प्राचीन मंदिर

उत्तराखंड में हनोल गांव में महासू देवता के प्राचीन मंदिर स्थित हैं.

Credit: Social Media

विशेष नियमों के लिए प्रसिद्ध

यह मंदिर बकरियों से जुड़े विशेष नियमों के लिए प्रसिद्ध है.

Credit: Social Media

शिव का स्वरूप

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, महासू देवता चार भाई हैं, जिन्हें शिव का स्वरूप या नाग देवता का रूप माना जाता है.

Credit: Social Media

एक नाग देखा

मान्यता है कि एक किसान ने खेत जोतते समय एक नाग देखा, जिसने खुद को देवताओं का दूत बताया.

Credit: Social Media

भगवान शिव की स्थापना करे

नाग ने किसान से कहा कि वह वहां भगवान शिव की स्थापना करे. ब्राह्मणों ने शिव की स्थापना की.

Credit: Social Media

महासू देवता को बकरी दान

नाग ने किसान से खेत में बकरी की बलि चढ़ाने को कहा. तभी से महासू देवता को बकरी दान करने की परंपरा शुरू हुई.

Credit: Social Media

बकरियों को मारना पाप

हालांकि, इस क्षेत्र में बकरियों को चोट पहुंचाना या मारना पाप माना जाता है.

Credit: Social Media

बकरियों की बलि

जबकि देश के अन्य हिस्सों में आज भी बकरियों की बलि की प्रथा है.

Credit: Social Media
More Stories