भारत और पाकिस्तान दोनों देश अपने लाजवाब खान-पान के लिए मशहूर हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि इनमें से कौन सा देश नॉन वेज खाने में आगे है?
Credit: Social Media
भारत का खान-पान
भारत को शाकाहार का गढ़ माना जाता है, लेकिन यह पूरी कहानी नहीं है. केरल, गोवा, पश्चिम बंगाल और नागालैंड जैसे राज्यों में मांसाहार का जबरदस्त चलन है.
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भारत में नॉन वेज का स्वाद
यहां चिकन तंदूरी, मटन करी और फिश फ्राय का जादू चलता है. खासकर नागालैंड में 99% से ज्यादा लोग मांसाहारी हैं. फिर भी, शाकाहारी आबादी के कारण भारत में नॉन वेज की खपत संतुलित रहती है.
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पाकिस्तान की थाली
पाकिस्तान में नॉन वेज खाना संस्कृति का हिस्सा है. बिरयानी, निहारी और कराही हर घर में बनती हैं. उसी रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में यहां प्रति व्यक्ति 20 किलोग्राम नॉन वेज खाया गया, जिसमें बीफ का हिस्सा सबसे ज्यादा रहा.
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पाकिस्तान का मांस प्रेम
पाकिस्तान में बीफ की खपत 9.7 किलोग्राम प्रति व्यक्ति रही, जबकि सी-फूड कम पसंद किया जाता है. एक स्थानीय ने कहा, "हमारे यहां हर खुशी का जश्न मांस के बिना अधूरा है."
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आंकड़ों का खेल
संख्याओं में देखें तो पाकिस्तान भारत से आगे है. भारत में 14 किलोग्राम के मुकाबले पाकिस्तान में 20 किलोग्राम प्रति व्यक्ति नॉन वेज खाया जाता है.
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स्वाद की अलग पहचान
भारत में शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों का मेल अनोखा है, जबकि पाकिस्तान में मांसाहार का एकरूप जुनून दिखता है. दोनों देशों का अपना-अपना अंदाज है, जो उन्हें अनूठा बनाता है.