UP Board Exam 2025: महाकुंभ की भीड़ ने रोकी परीक्षा! जानिए अगली तारीख

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं. इस साल 54 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इन परीक्षाओं में शामिल होंगे, जिसमें 27.32 लाख से ज्यादा हाईस्कूल और 27.05 लाख से अधिक इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी हैं.

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UP Board Exam 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं. इस साल 54 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इन परीक्षाओं में शामिल होंगे, जिसमें 27.32 लाख से ज्यादा हाईस्कूल और 27.05 लाख से अधिक इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी हैं. परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक पूरे राज्य में 8,140 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी. हालांकि, प्रयागराज जिले में महाकुंभ के कारण आज की परीक्षा स्थगित कर दी गई है.

महाकुंभ के चलते प्रयागराज में परीक्षा टली

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ-2025 के कारण भारी भीड़ और ट्रैफिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए 24 फरवरी की परीक्षा रद्द कर दी गई है. माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने बताया कि महाकुंभ में अब तक 57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है. इस दौरान महाशिवरात्रि (26 फरवरी) तक भीड़ का दबाव बना रहेगा.

इसलिए प्रयागराज के छात्रों के लिए यह परीक्षा अब 9 मार्च को होगी. बाकी जिलों में परीक्षाएं तय कार्यक्रम के अनुसार चलेंगी. आज सुबह 8:30 से 11:45 तक हाईस्कूल की हिंदी प्रारंभिक और हेल्थकेयर की परीक्षा, और दोपहर 2:00 से 5:15 तक इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान व हिंदी की परीक्षा होनी थी, जो अब केवल प्रयागराज में स्थगित है.

नकल रोकने के लिए सख्त इंतजाम

यूपी बोर्ड ने नकल पर रोक लगाने के लिए इस बार अभूतपूर्व तैयारी की है. परीक्षा को नकल-मुक्त बनाने के लिए राज्य भर में 2,91,566 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम में 54 कंप्यूटरों से निगरानी की जा रही है, जबकि जिला और स्कूल स्तर पर भी मॉनिटरिंग होगी. 17 संवेदनशील जिलों के परीक्षा केंद्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है, जहां एसटीएफ और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) सक्रिय हैं.

मंत्री गुलाब देवी ने चेतावनी दी कि नकल में संलग्न लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा, "परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों को अधिकतम 7 साल की जेल और जुर्माना, और परीक्षा अधिकारियों को धमकाने वालों को 10 साल की सजा व 10 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है." इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल कर प्रश्न पत्रों की सुरक्षा को मजबूत किया गया है.

परीक्षाएं दो पालियों में होंगी

सुबह 8:30 से 11:45 और दोपहर 2:00 से 5:15 तक. बोर्ड ने छात्रों की सहायता के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर (18001806607, 18001806608) और व्हाट्सएप नंबर (9250758324) जारी किए हैं. प्रयागराज में परीक्षा टलने से छात्रों को राहत मिली है, क्योंकि महाकुंभ के दौरान ट्रैफिक जाम और भीड़ से परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में दिक्कत हो सकती थी.

नजर अगले कदमों पर

यूपी बोर्ड की यह परीक्षा न सिर्फ छात्रों के भविष्य के लिए अहम है, बल्कि सरकार की नकल-रोकथाम नीति की भी परीक्षा है. सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या यह सख्ती परीक्षा की शुचिता को बरकरार रख पाएगी.