बहराइच जिले में 90 मदरसों की मान्यता होगी रद्द. मचा हड़कंप

शासन के निर्देश के बाद भी बहराइच जिले में संचालित 90 मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों की APAAR ID जनरेट करने का काम शुरू नहीं हो पाया है. ऐसे में इन मदरसों में पढ़ने वाले किसी भी छात्र की APAAR ID जनरेट नहीं हो पाई है. मदरसे में पंजीकृत संख्या को काल्पनिक मानते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने सभी की मान्यता रद्द करने के लिए अरबी फारसी मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है.

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Bahraich News: शासन के निर्देश के बाद भी बहराइच जिले में संचालित 90 मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों की APAAR ID जनरेट करने का काम शुरू नहीं हो पाया है. ऐसे में इन मदरसों में पढ़ने वाले किसी भी छात्र की APAAR ID जनरेट नहीं हो पाई है. मदरसे में पंजीकृत संख्या को काल्पनिक मानते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने सभी की मान्यता रद्द करने के लिए अरबी फारसी मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है.

बहराइच के इंडो नेपाल बॉर्डर सहित जिले में 300 से अधिक मान्यता प्राप्त मदरसों का संचालन होता है. जिसमें हजारों छात्र और छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं.इनको सरकार की ओर से सभी सुविधाएं दी जाती हैं. सरकार की ओर से मिल रही सुविधा छात्रों को पहुंचे. इसकी जांच के लिए शासन ने अपार आईडी जनरेट (ऑटोमेटेड परमानेंट एकडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) के निर्देश दिए हैं. इसका पालन प्राथमिक और जूनियर स्कूल में हो रहा है.

90  मदरसों में ID जेनरेशन कार्य शून्य
 
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि जिले के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की अपार आईडी जेनरेशन करने के निर्देश संचालकों को दिया गया था. इसके बाद भी जिले के 90 मदरसा संचालक ऐसे हैं जहां पर अपार आईडी जेनरेशन कार्य शून्य है. ऐसे में इन मदरसों में दर्ज छात्र संख्या काल्पनिक हो सकती है.मदरसों का संचालन वास्तविक रूप से नहीं किया जा रहा है. जिसको देखते हुए सभी मदरसों की मान्यता रद्द करने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है.

अरबी फारसी मदरसा मान्यता

बार-बार लिखित और दूरभाष पर निर्देशित किए जाने के बाद भी अपार आईडी के संदर्भ में शून्य प्रगति वाले 90 मदरसों के संदर्भ में अरबी फारसी मदरसा मान्यता नियमावली की धारा-01 का स्पष्ट उलंघन हुआ है. ऐसे में उक्त मदरसों की मान्यता समाप्त करने के संबंध में रज़िस्ट्रार. अरबी फारसी मदरसा बोर्ड को पत्र लिखा गया है. इसकी जानकारी होते ही मदरसा संचालकों में हड़कंप मच गया है .