Mathura: वृंदावन के विख्यात कथा वाचक आचार्य कौशिक महाराज का एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे रेलवे ट्रैक पर शिवलिंग रखकर पूजा अर्चना करते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो ने लोगों के बीच काफी विवाद उत्पन्न किया और इसे सनातन धर्म का अपमान मानते हुए ब्रजवासियों ने आपत्ति जताई.
वायरल वीडियो के बाद आचार्य कौशिक महाराज की छवि धूमिल होती देख उन्होंने आज आचार्य महामंडलेश्वर की बैठक बुलाकर सामूहिक रूप से क्षमा याचना की. आचार्य कौशिक ने कहा कि यह वीडियो मेरे ही मोबाइल से बनाया गया था, और यह सही है. लेकिन कुछ लोगों ने इसे गलत तरीके से प्रचारित किया है.
जनता से मांगी माफी
उन्होंने बताया कि शास्त्र के अनुसार यदि आसन न हो तो पत्थर पर बैठकर पूजा करने का प्रावधान है और जल अशुद्ध नहीं होता. फिर भी उन्होंने कहा कि यदि किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो इसके लिए वे माफी मांगते हैं. भावुक होते हुए आचार्य कौशिक महाराज ने कहा कि वृंदावन मेरा जीवन है. उन्होंने रोते हुए सभी से क्षमा मांगी, जिससे पता चला कि उनकी भावनाएँ केवल भक्ति की थीं.
इस विवाद ने न केवल आचार्य कौशिक की धार्मिक छवि को प्रभावित किया है, बल्कि ऐसे धार्मिक कृत्यों के प्रति समाज की संवेदनशीलता को भी उजागर किया है. अब देखना यह है कि आचार्य कौशिक महाराज की क्षमा याचना स्वीकार की जाती है या नहीं.