महाकुंभ खत्म होने के बाद सीएम योगी ने कहा, "कुछ लोग गलत बातें लिखते थे, मैंने कहा लिखने दो, वो हमारा काम कर रहे थे, दाल में तड़का है, जब हम तड़का डालेंगे तभी दाल अच्छी बनेगी. तो अच्छा है, जिसने सब गलत देखा वो लिखे."
अंतरराष्ट्रीय मीडिया भी बदल गई
सीएम ने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने कुंभ को हमेशा गलत तरीके से दिखाया, गलत टिप्पणियां की गईं. लेकिन पहली बार उन्हें मजबूरन लिखना पड़ा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा ऐतिहासिक सांस्कृतिक आयोजन बन गया. उसी संगम पर जहां स्त्री-पुरुष, उत्तर-दक्षिण का भेद नहीं, पूरा भारत संगम स्नान के लिए उमड़ रहा है. पहली बार भारत में तमिलनाडु और केरल से लोग आए हैं.
होली पर भी हुई हिंसा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली को लेकर कहा कि पश्चिम बंगाल में केरल तक कई जगह हिंसा हुई, लेकिन यूपी में कहीं नहीं हुई. वो लोग कुंभ को मृत्युंजय कुंभ कह रहे थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये महामृत्युंजय कुंभ बन गया है.
90-95 की उम्र में अपनी इच्छा से सिर्फ एक बार संगम पहुंचने का जज्बा, मीडिया की सकारात्मक सोच की ताकत दिखाता है कि हम 66 करोड़ लोगों को प्रयागराज लाने में सफल रहे. जो जिस जज्बे के साथ प्रयागराज गया, उसे वहां वही जज्बा देखने को मिला.