CM Yogi Adityanath big Statement on Waqf Board: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को संभल में शाही जामा मस्जिद के हाल ही में न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण का पुरजोर समर्थन किया, ताकि इस दावे की पुष्टि की जा सके कि मस्जिद हिंदू मंदिर की भूमि पर बनाई गई थी.
योगी ने हिंदू धार्मिक स्थलों के अतिक्रमण को एक ऐसा घाव बताया, जिसकी सर्जरी की जरूरत है और चेतावनी दी कि अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो यह कैंसर बन सकता है. नवंबर में 16वीं सदी की मस्जिद के सर्वेक्षण के कारण संभल में हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें पांच लोग मारे गए और करीब 20 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
धार्मिक स्थलों का सम्मान जरूरी
योगी ने कहा कि मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं हूं और उस स्थान का सम्मान करता हूं जहां लंबे समय से प्रार्थना की जा रही है. लेकिन अगर किसी समुदाय के पूजा स्थल को तोड़ा जाता है, तो इसकी कड़ी आलोचना होनी चाहिए. देखिए कैसे संभल को इस्लामीकरण किया गया है. हमारे धर्म के सभी चिन्ह मिटा दिए गए, ढक दिए गए और कंक्रीट में तब्दील कर दिए गए.
2017 से पहले वहां लगातार दंगे होते थे. योगी ने सनातन धर्म की ऐतिहासिकता पर जोर देते हुए इसे दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म बताया और प्राचीन हिंदू ग्रंथों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि हिंदू साहित्य में हजारों साल पहले विष्णु के दसवें अवतार कल्कि के आगमन का जिक्र है.
वक्फ बोर्ड पर निशाना
मुख्यमंत्री ने वक्फ बोर्ड को "माफिया का बोर्ड" करार देते हुए कहा कि अवैध रूप से कब्जाई गई हर इंच जमीन को जनकल्याण परियोजनाओं के लिए वापस लिया जाएगा. योगी ने महाकुंभ को हिंदू और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया, जो जाति और क्षेत्रीय मतभेदों से परे है. उन्होंने विपक्ष से भारत की आध्यात्मिक विरासत को अपनाने की अपील की और उन पर राम मंदिर की उपेक्षा का आरोप लगाया.