पंजाब सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जारी नई आबकारी नीति को राज्य में शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है. इस नीति के तहत राज्य में 236 शराब लाइसेंस खरीदने के लिए 34 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है. इस तरह करीब 145 लोगों ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है. अकेले शराब ठेकों की नीलामी के आवेदनों से ही राज्य सरकार को 260 करोड़ रुपए की कमाई हुई है. बता दें कि राज्य सरकार इस साल शराब ठेकों के लिए लॉटरी सिस्टम से लाइसेंस देगी. इसके चलते पंजाब में ठेके खरीदने के लिए बड़ी संख्या में लोग आगे आए हैं. राज्य सरकार ने शराब ठेका खरीदने के लिए आवेदन शुल्क 75 हजार रुपये तय किया था. इसलिए आखिरी तारीख 17 मार्च तय की गई, जबकि ड्रॉ 22 मार्च को होंगे। इस तरह सिर्फ ठेकों की खरीद के लिए आवेदन करने वाले 34 हजार से ज्यादा लोगों से राज्य सरकार को करीब 260 करोड़ रुपए की कमाई हुई है.
सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने शराब ठेकों के लिए आवेदन शुल्क से 60 से 70 करोड़ रुपये की कमाई का लक्ष्य रखा था, लेकिन सरकार ने लक्ष्य से चार गुना ज्यादा कमाई की है. कर एवं उत्पाद शुल्क विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शराब लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है, जिसके बाद ड्रा निकाला जाएगा. बता दें कि पंजाब सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में एक्साइज से 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुटाने का लक्ष्य रखा है. तदनुसार लक्ष्य को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने चालू वर्ष की आबकारी नीति में कुछ बदलाव किए थे और इस कारण पंजाब में शराब के ठेके खरीदने के लिए बड़ी संख्या में लोग आगे आए हैं.