Lok Sabha Elections 2024: भाजपा पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि लोगों की राय के बाद यह फैसला लिया गया है. कार्यकर्ताओं और नेताओं की भी यही राय है. पंजाब में 13 लोकसभा सीटें हैं. यह फैसला पंजाब के भविष्य, युवाओं, किसानों-व्यापारियों और पिछड़े वर्गों की बेहतरी के लिए लिया गया है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में किसानों की फसल का एक-एक दाना इकट्ठा किया गया है. पीएम मोदी ने करतारपुर कॉरिडोर की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया. आपको बता दें कि पहले पंजाब में अकाली दल के साथ बीजेपी के गठबंधन की चर्चा थी. बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी इसके पक्ष में थे. इसके बावजूद बात नहीं बन पाई.
अकाली दल और बीजेपी का रिश्ता बहुत पुराना है. अकाली दल एनडीए के विस्तार में बीजेपी के साथ हाथ मिलाने वाला पहला संगठन था. 1992 तक बीजेपी और अकाली दल अलग-अलग चुनाव लड़ते थे. चुनाव के बाद अकाली दल बीजेपी के साथ आ गया. 1996 में अकाली दल ने 'मोगा घोषणा पत्र' पर हस्ताक्षर किए और 1997 में पहली बार एक साथ चुनाव लड़ा.
मोगा घोषणापत्र में बीजेपी के साथ तीन बातों पर जोर दिया गया, जिसमें पहला पंजाबी अस्मिता, दूसरा आपसी सौहार्द और तीसरा राष्ट्रीय सुरक्षा. 1984 के दंगों के बाद देश में बने माहौल के चलते दोनों पार्टियां एक साथ आईं. 2020 में किसानों ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए आंदोलन चलाया। इस बीच 18 सितंबर 2020 को बादल परिवार की बहू हरसिमरत कौर बादल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद अकाली दल ने बीजेपी से अलग होने का ऐलान कर दिया.