चुनाव आयोग पहुंचे केजरीवाल, लगाया संदेशवाहक पर हमला करने का आरोप

आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचे. यह पेशी उनके उस बयान को लेकर थी जिसमें उन्होंने यमुना के पानी में जहर मिलाने की बात कही थी. चुनाव आयोग ने इस बयान पर केजरीवाल को नोटिस भेजा था और शुक्रवार सुबह 11 बजे तक जवाब देने को कहा था.

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Arvind Kejriwal: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचे. यह पेशी उनके उस बयान को लेकर थी जिसमें उन्होंने यमुना के पानी में जहर मिलाने की बात कही थी. चुनाव आयोग ने इस बयान पर केजरीवाल को नोटिस भेजा था और शुक्रवार सुबह 11 बजे तक जवाब देने को कहा था. इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनके साथ मौजूद रहे.

चुनाव आयोग पर लगाया पक्षपात का आरोप

चुनाव आयोग कार्यालय पहुंचने से पहले केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि आयोग की दूसरी नोटिस की भाषा से ऐसा लग रहा है कि उसने पहले ही फैसला कर लिया है. उन्होंने कहा कि आयोग असल मुद्दे पर कार्रवाई करने के बजाय संदेशवाहक पर हमला कर रहा है और AAP की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है.

केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि यह एक राजनीतिक साजिश है, जिसमें आधी दिल्ली को पानी संकट में धकेलने की योजना थी. उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर यमुना के पानी में जहरीला अमोनिया मिलाया गया ताकि AAP सरकार की छवि खराब हो सके. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों को हमारी सफलता की बधाई हो. 26-27 जनवरी को यमुना में अमोनिया का स्तर 7 पीपीएम था, जो अब घटकर 2.1 पीपीएम हो गया है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने चुनाव आयोग से मिलने का अनुरोध नहीं किया था, बल्कि वह स्वयं वहां जाने की योजना बना रहे थे.

EC ने भेजे दो नोटिस

गुरुवार को केजरीवाल ने चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त पर राजनीतिक खेल खेलने का आरोप लगाया. उन्होंने फिर से दोहराया कि हरियाणा से दिल्ली को आपूर्ति किए जा रहे यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई थी. चुनाव आयोग ने केजरीवाल को दो नोटिस जारी कर उनके बयान पर सफाई मांगी थी.

आयोग ने पूछा था कि वह यह साबित करें कि बीजेपी सरकार ने जानबूझकर यमुना में जहर मिलाया और नरसंहार करने की कोशिश की. शुक्रवार को आयोग के सामने अपनी सफाई देते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली में एक सुनियोजित जल संकट को टालने में सफलता पाई. 

इसके बावजूद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा. चुनाव आयोग ने केजरीवाल से यह भी पूछा कि दिल्ली जल बोर्ड के किन अभियंताओं ने यह जहर पाया, किन जगहों पर इसका पता चला और इसका परीक्षण किस तरह किया गया. आयोग ने कहा कि यदि वह शुक्रवार सुबह 11 बजे तक स्पष्ट जवाब नहीं देते तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.