DUSU चुनाव के परिणाम घोषित, छात्रों में दिखा भानु प्रताप सिंह का जोर, वोटिंग के दो मीने बाद आया रिजल्ट!

DUSU Result 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव परिणाम आ चुके हैं. साल 2024 में एनएसयूआई ने सात साल बाद वापसी करते हुए अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल कर ली है. लेकिन इसी बीच उपाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे भानु प्रताप सिंह ने इस चुनाव सबसे ज्यादा वोट हासिल किये हैं. जानकारी के लिए बता दें कि भानु प्रताप सिंह पिछले सात साल से दिल्ली विश्विद्यालय की राजनीति में सक्रिय हैं.

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DUSU Result 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में एक बार फिर सात साल बाद नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया यानि कि (NSUI) ने दम दिखाकर अध्यक्ष पद कर कब्जा किया है. जानकारी के लिए बता दें कि NSUI ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की है. विधि संकाय के छात्र रौनक खत्री अध्यक्ष और बौद्ध अध्ययन केंद्र के लोकेश चौधरी संयुक्त सचिव बने हैं.

कड़ी मेहनत और छात्रों के साथ मिलने का फल

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के विधि संकाय के भानु प्रताप सिंह उपाध्यक्ष चुने गए हैं. जिन्हें पूरे विश्विद्यालय में सबसे ज्यादा वोट मिले हैं. ये उनकी कड़ी मेहनत और छात्रों के साथ मिलने का फल है और लक्ष्मीबाई कॉलेज की छात्रा मित्रविंदा करनवाल ने सचिव पद पर जीती हैं.

भानु प्रताप सिंह का दिखा जोर

अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ रहे एनएसयूआई के रौनक खत्री को 50,689 कुल वोटों में से 20,207 वोट मिले हैं.उन्होंने एबीवीपी के ऋषभ चौधरी को 1,339 वोटों से हराया है. वहीं ऋषभ चौधरी को छात्रों से 18,868 वोट प्राप्त हुए हैं. उपाध्यक्ष पद की बात करें तो इस पद के लिए छात्रों ने भानु प्रताप सिंह को चुना है. चुने गए एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह ने एनएसयूआई के यश नांदल को भारी मतों से शिकस्त दी है. भानु प्रताप सिंह को 24,166 वोट मिले हैं और इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोट केवल भानु प्रताप सिंह को ही मिले हैं.

DUSU Result 2024
DUSU Result 2024

किसको कितने वोट मिले 

जब कि उनके प्रतिद्वंदी यश को 15,404 वोट ही मिल पाये हैं. दोनों के बीच जीत का अंतर 8,762 वोटों का रहा है. उपाध्यक्ष पद पर 50,918 वोट डाले गए थे. जब कि सचिव पद पर कांटे की टक्कर रही. एबीवीपी की मित्रविंदा करनवाल को 50,874 मतों में से 16,703 वोट मिले हैं. एनएसयूआई की नम्रता जेफ मीणा को 15,236 वोट मिले और अगर संयुक्त सचिव पद की बात करें तो इस पद पर छात्रों का एकतरफा मुकाबला रहा है. 50,977 वोटों में से 21,975 वोट लोकेश चौधरी को मिले हैं और एबीवीपी के अमन कपासिया को 15,249 वोट हासिल हुए हैं.

तीन साल बाद हुए छात्र संघ चुनाव

जानकारी के लिए बता दें कि इस बार के चुनाव में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् का ही दबदबा रहा है.साल वर्ष 2023 में कोविड के बाद तीन साल बाद हुए चुनावों में एबीवीपी ने अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों पर जीत हासिल कर पाई थी.एनएसयूआई सिर्फ उपाध्यक्ष पद जीत सकी थी.

यह बने विजेता और उपविजेता

अध्यक्ष
•    रौनक खत्री- 20207
•    ऋषभ चौधरी-18868
उपाध्यक्ष
•    भानु प्रताप सिंह- 24166
•    यश नांदल-15404
सचिव
•    मित्रविंदा करनवाल- 16703
•    नम्रता जेफ मीणा- 15236
संयुक्त सचिव
•    लोकेश चौधरी-21975
•    अमन कपासिया- 15249