Delhi Assembly Elections 2025: कौन हैं बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा? जिसने केजरीवाल को चक्रव्यूह में फंसाया 

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे जल्द घोषित किए जाएंगे, और मतगणना जोरों पर है. शुरुआती रुझानों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 42 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) 27 सीटों पर आगे चल रही है.

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Delhi election results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे जल्द घोषित किए जाएंगे, और मतगणना जोरों पर है. शुरुआती रुझानों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 42 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) 27 सीटों पर आगे चल रही है. नई दिल्ली विधानसभा सीट पर सबसे चर्चित मुकाबला आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बनाम बीजेपी के उम्मीदवार परवेश साहिब सिंह वर्मा के बीच है. 

कौन हैं परवेश साहिब सिंह वर्मा?

फिलहाल, इस हाई-प्रोफाइल सीट पर कांटे की टक्कर देखी जा रही है, जहां कभी केजरीवाल आगे होते हैं तो कभी वर्मा. सुबह 10:30 बजे तक केजरीवाल 343 वोटों से आगे थे, लेकिन वर्मा लगातार बढ़त बनाने की कोशिश कर रहे हैं. परवेश वर्मा दिल्ली के एक प्रमुख राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं.

वे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. उनका जन्म 1977 में हुआ और उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर.के.पुरम से स्कूली शिक्षा पूरी की. इसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक और फोर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया.

राजनीति में सफर

प्रवेश वर्मा ने 2013 में राजनीति में प्रवेश किया और महरौली विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर दिल्ली विधानसभा पहुंचे. 2014 में वे पश्चिमी दिल्ली से सांसद बने और 2019 में उन्होंने 5.78 लाख वोटों के अंतर से शानदार जीत दर्ज की. सांसद के तौर पर वे वेतन और भत्ते समिति और शहरी विकास पर स्थायी समिति समेत कई समितियों का हिस्सा रहे हैं.

2025 के चुनावों से पहले उन्होंने 'केजरीवाल हटाओ, देश बचाओ' अभियान चलाया, जिसमें दिल्ली सरकार के प्रशासनिक कामकाज, महिला सुरक्षा, नागरिक बुनियादी ढांचे और यमुना नदी की सफाई जैसे मुद्दे उठाए गए.

क्या केजरीवाल को देंगे मात?

नई दिल्ली सीट पर यह मुकाबला बेहद दिलचस्प होता जा रहा है. ताजा रुझानों में परवेश वर्मा सिर्फ 223 वोटों से आगे निकल चुके हैं. यदि वे अरविंद केजरीवाल को हरा देते हैं, तो यह दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर साबित होगा.