Ravichandran Ashwin reached home after retirement: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया. संन्यास की घोषणा के 24 घंटे के भीतर अश्विन अपने घर चेन्नई लौटे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ. उनके परिवार, करीबी दोस्तों और पड़ोसियों ने अश्विन के शानदार करियर को सम्मानित किया. जैसे ही उनकी कार रिहायशी इलाके में पहुंची, वहां ढोल-नगाड़े बजने लगे और उन्हें फूलों की माला पहनाकर सम्मानित किया गया.
ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद संन्यास की घोषणा
अश्विन ने बारिश से प्रभावित ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद अपनी संन्यास की घोषणा की. यह टेस्ट ड्रा रहा, जिससे पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-1 से बराबर रही. अश्विन ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज मेरा भारतीय क्रिकेट के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आखिरी दिन है. यह मेरे लिए बेहद भावुक क्षण है. क्रिकेट ने मुझे सबकुछ दिया है, और मैं अब क्लब स्तर पर खेलते हुए अपना योगदान जारी रखना चाहता हूं. उन्होंने आगे कहा कि रोहित, विराट, अजिंक्य और पुजारा जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलना मेरे लिए यादगार रहा है. खासतौर पर उन कैचों का जिक्र करना चाहूंगा, जिनसे मेरे इतने विकेट संभव हुए.
शानदार करियर का अंत
रविचंद्रन अश्विन ने अपने 14 साल के टेस्ट करियर में 537 विकेट लिए, जो भारत के लिए अनिल कुंबले के बाद दूसरे सबसे ज्यादा हैं. उन्होंने टेस्ट में छह शतक भी लगाए और एक समय ICC रैंकिंग में टॉप टेस्ट ऑलराउंडर रहे. सफेद गेंद क्रिकेट में अश्विन ने 116 वनडे में 156 और 65 टी20 मैचों में 72 विकेट लिए. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में उन्होंने 100 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज का रिकॉर्ड बनाया और अब तक 195 विकेट लेकर सूची में शीर्ष पर हैं.