'मैं कोई नहीं हूं, निर्णय लेने वाले....', भारत की हार और हर्षित राणा की चयन पर उठे सवाल

Kapil Dev: एडिलेड में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में भारत की 10 विकेट से हार के बाद तेज गेंदबाज हर्षित राणा और टीम प्रबंधन पर सवाल उठे थे. हर्षित के प्रदर्शन के साथ-साथ हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा को भी इस चयन के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.

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Kapil Dev: एडिलेड में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में भारत की 10 विकेट से हार के बाद तेज गेंदबाज हरषित राणा और टीम प्रबंधन पर सवाल उठने लगे. हरषित के प्रदर्शन के साथ-साथ मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा को भी इस चयन के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा.

हरषित ने पर्थ में डेब्यू करते हुए तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके थे. जिसमें ट्रैविस हेड का विकेट भी शामिल था. इसके अलावा. कैनबरा में पिंक बॉल वार्म-अप मैच में उन्होंने छह गेंदों में चार विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया. लेकिन एडिलेड टेस्ट में हरषित ने 16 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 86 रन लुटाए. जिससे उनकी गेंदबाजी पर सवाल खड़े हुए.

कपिल देव ने टीम चयन पर दिया बयान

पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टीम प्रबंधन पर अप्रत्यक्ष तंज कसा. उन्होंने कहा. "मैं कोई नहीं हूं. मैं कैसे जज कर सकता हूं? जो लोग ऊपर बैठे हैं. वे ही यह तय करेंगे कि टीम में कौन होना चाहिए."

उन्होंने यह बात दिल्ली गोल्फ क्लब में आयोजित विश्‍व समुद्र ओपन के लॉन्च के दौरान कही. कपिल ने आगे कहा. "हमें बोलना नहीं चाहिए. मेरे कुछ पूर्व साथी वहीं बैठे हैं. और मुझे उम्मीद है कि वे अच्छा काम करेंगे."

क्या अगले टेस्ट में हरषित को मिलेगा मौका?

शनिवार से ब्रिस्बेन में शुरू होने वाले निर्णायक टेस्ट से पहले भारत के सामने तीन प्रमुख चिंताएं हैं. इनमें से एक बड़ा सवाल यह है कि क्या हरषित राणा को प्लेइंग इलेवन में रखा जाएगा या उनकी जगह आकाश दीप या प्रसिद्ध कृष्णा को मौका दिया जाएगा.

गौतम गंभीर. जिन्हें चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर का समर्थन प्राप्त है. ने हरषित के चयन के लिए काफी आलोचनाएं झेली हैं. लेकिन एक खराब प्रदर्शन के बाद भी गंभीर इस युवा खिलाड़ी को शायद ही ड्रॉप करेंगे. हालांकि. गाबा टेस्ट में हरषित पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव रहेगा. रोहित शर्मा की बल्लेबाजी फॉर्म और जसप्रीत बुमराह की वर्कलोड मैनेजमेंट भी टीम इंडिया के लिए बड़े मुद्दे बने हुए हैं.