YesMadam CEO apologized: नोएडा स्थित सैलून होम सर्विस स्टार्टअप YesMadam के सीईओ मयंक आर्य ने उस विवादित अभियान पर माफी मांगी है, जिसमें 100 कर्मचारियों की कथित छंटनी का जिक्र था. यह अभियान मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाया गया था, लेकिन इसे गलत तरीके से संप्रेषित किया गया . जिससे कंपनी को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा.
इरादे सही थे संचार गलत हुआ
मयंक आर्य ने एक वीडियो बना कर कहा कि उनके इरादे सही थे, लेकिन संदेश गलत तरीके से दिया गया. उन्होंने कहा कि लोगों ने कई बातें कहीं ये सस्ता पीआर है, ये चप्पल है, मारो इनको', किसी ने तो यहां तक कमेंट किया कि थप्पड़ मारो इनको. 'मारो इनको, थप्पड़ मारो इनको...' उन्होंने आगे कहा कि ये डायलॉग गलत हो गया. मेरे इरादे सही थे. भगवान कृष्ण ने भी अर्जुन से कहा कि अगर तुम सही हो तो पूरी तरह आगे बढ़ो.
महात्मा गांधी और एलन मस्क का किया जिक्र
आर्य ने महात्मा गांधी, एलन मस्क और स्टीव जॉब्स का उदाहरण देते हुए कहा कि शुरुआत में उनके विचारों की आलोचना हुई थी, लेकिन बाद में लोग उनके साथ जुड़ गए. उन्होंने कहा कि दिल से माफी मांगता हूं. अगर किसी को ठेस पहुंची है. न किसी को निकाला गया, न कोई ईमेल भेजे गए और न ही कंपनी में कोई दहशत का माहौल था. हर कर्मचारी ने इस अभियान में भाग लिया.
स्ट्रेस दूर करने के लिए अनूठी पहल
पिछले हफ़्ते सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था जिसमें दावा किया गया था कि YesMadam ने 100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है, क्योंकि उन्हें लगता था कि वे बहुत ज़्यादा काम कर रहे हैं. इसके बाद कंपनी को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा.
कंपनी ने 3 पेज का स्पष्टीकरण जारी करते हुए स्पष्ट किया कि विवादास्पद घोषणा केवल मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने की एक रणनीति थी. YesMadam ने अपने नए “हैप्पी 2 हील” कार्यक्रम और भारत की पहली “डी-स्ट्रेस लीव” नीति की भी घोषणा की, जो कर्मचारियों की भलाई को प्राथमिकता देने के लिए एक अनूठा कदम है.