Chhattisgarh News: आम तौर पर सड़कों पर दुर्घटनाओं के समय लोग घायल की मदद करने के बजाय वीडियो बनाकर या वहां से गुजर जाते हैं. इसका एक बड़ा कारण पुलिस की पूछताछ और जांच का डर होता है. लोग समझते हैं कि अगर उन्होंने किसी घायल की सहायता की, तो उन्हें गवाह के रूप में पुलिस पूछताछ का सामना करना पड़ सकता है. इसी डर के कारण कई लोग मदद से कतराते हैं और घटनास्थल से मुँह मोड़ लेते हैं.
मानसिकता को बदलने का प्लान
इस मानसिकता को बदलने के लिए रायपुर पुलिस ने यह अभियान शुरू किया है, जिससे लोगों का पुलिस के प्रति भरोसा बढ़े और वे बिना किसी डर के आगे आकर मदद करें. इस अभियान के तहत जो भी व्यक्ति किसी घायल या जरूरतमंद की मदद करेगा, पुलिस न केवल उसका सम्मान करेगी, बल्कि हर महीने एक पोस्टर भी प्रकाशित करेगी जिसमें इन नेकदिल लोगों की तस्वीरें होंगी.
रायपुर के लोग इस अभियान से काफी उत्साहित हैं और इसे सकारात्मक रूप में देख रहे हैं. पुलिस का मानना है कि इस मुहिम से न केवल मददगार लोगों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि समाज में परोपकार और इंसानियत को भी बढ़ावा मिलेगा.