केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का ऐलान : ''मिथुन चक्रवर्ती'' को मिलेगा ''दादा साहब फाल्के पुरस्कार'' 

सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को सम्मानित करने के लिए 16 अगस्त 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। ऐसे में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर एक बड़ा एलान किया है।

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Courtesy: Social Media

सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को सम्मानित करने के लिए 16 अगस्त 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। ऐसे में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर एक बड़ा एलान किया है। इसमें अश्विनी वैष्णव ने मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने की बात कही। 74 वर्षीय मिथुन चक्रवर्ती हिंदी फिल्म जगत में 48 सालों से काम कर रहे है। अभी भी कई फिल्मों में वह दिखाई दिए हैं। 

यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस हो रहा 

मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने की खबर हाल ही में पद्म भूषण से सम्मानित किए जाने के ठीक बाद आई। यह समारोह इस साल अप्रैल में हुआ था, जहाँ उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि "मिथुन दा उल्लेखनीय सिनेमाई यात्रा पीढ़ियों को प्रेरित करती है! यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस हो रहा है कि दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने महान अभिनेता, श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके प्रतिष्ठित योगदान के लिए पुरस्कार देने का फैसला किया है।" यह पुरस्कार मिथुन दा को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा जो 8 अक्टूबर, 2024 को होगा।

मिथुन दा बोले नहीं थी मुझे इसकी उम्मीद

अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने पद्म भूषण मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि- ''मैं बहुत खुश हूं। मैंने अपने जीवन में कभी किसी से अपने लिए कुछ नहीं मांगा। जब मुझे गृह मंत्रालय से फोन आया कि मुझे पद्म भूषण से सम्मानित किया जा रहा है, तो मैं एक मिनट के लिए चुप हो गया क्योंकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।" मिथुन दा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 1976 में की थी, लेकिन एक समय बाद उन्हे लगा कि वह केवल बी-ग्रेड की फिल्में ही करेंगे। 

कोई अभिनेत्री नहीं करना चाहती थी साथ काम

मिथुन दा के अनुसार कोई भी अभिनेत्री उनके साथ काम करना पसंद नहीं करती थी। ऐसे में जीनत अमान ने उनके साथ काम करने की हामी भरी, इसके बाद से ही उनकी किस्मत बदल गई। इस फिल्म को करने के बाद उन्होंने ए-ग्रेड की फिल्मों में काम करना शुरु किया। जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि साल 1989 में मुख्य अभिनेता के तौर पर 19 फ़िल्मों के लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज है और यह रिकॉर्ड आज भी इंडस्ट्री में कोई अन्य अभिनेता नहीं तोड़ पाया है।