बंटोगे तो कटोगे के बाद अब न बटेंगे न हटेंगे! राजनीति से हटकर धरना-प्रदर्शन तक पहुंचा नारा,  मांग पर अड़े छात्र

Uttar Pradesh Public Service Commission: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बतोगे तो काटोगे' नारे के वायरल होने के बाद, इसी तरह के कई नारे वायरल होने लगे हैं. यूपी के छात्र भी आयोग के फैसले के खिलाफ इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.

Date Updated
फॉलो करें:

Uttar Pradesh Public Service Commission: जब से उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुनावी नारा दिया है "बांटेंगे तो काटेंगे" तब से हर कोई इसका इस्तेमाल कर रहा है. चाहे वो बीजेपी हो या सपा और कोई भी रैली. अब इस नारे का मीम वायरल हो रहा है. अब इससे मिलते-जुलते नारों का सिलसिला शुरू हो गया है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने 'ना बंटेंगे ना टूटेंगे', कांग्रेस ने 'जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे' और 'जुड़ेंगे' जैसे नारे दिए और आम आदमी पार्टी ने 'ना बंटेंगे ना काटेंगे' जैसे नारे दिए. अब ये नारा इतना चलन में है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPSC) के फैसले के बाद भी इस नारे का इस्तेमाल होने लगा.

One day one shift हो जाए

आयोग के इस फैसले के बाद से उत्तर प्रदेश में जगह-जगह छात्रों का धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है. ऐसे में इस धरने का मुख्य केंद्र प्रयागराज बना हुआ है. चंद्रशेखर आजाद पार्क से कुछ दूर धरने पर बैठे छात्रों का नारा है, न बटेंगे न हटेंगे. इस धरने में कुछ लोग इस नारे वाले सैकड़ों पर्चियां बांटे. इन छात्रों का मानना है कि वन डे वन शिफ्ट हो जाए. ये सभी छात्र सोमवार को परीक्षा को दो दिन कराए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है. 

इस फैसले के विरोध में बैठे छात्रों ने इस नारे के जरिए आयोग को संदेश भेजा है. इसके अनुसार, जब तक दो दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त नहीं होगा तब तक ये धरना चलता रहेगा. उससे पहले ये छात्र धरना स्थल से नहीं हटने वाले हैं. वैसे तो इस धरना में सब छात्र है, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि इसमें विपक्ष भी अब हवा दे रही है.

आखिर क्या है इन छात्रों की मांग 

इस धरने में छात्र कई तख्तियां लेकर बैठे है. इन सभी छात्रों का मानना है कि सरकार और आयोग का ये फैसला उनके हित में नहीं है. ये सभी छात्र UPPCS Pre परीक्षा 7 व 8 दिसंबर और RO/ARO परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को दो दिन में करा रहे है. लेकिन छात्रों की मांग है कि इस दोनों परीक्षा को One Day, One Shift और No Normalisation के तहत किया जाए.