आज तक की सबसे बड़ी बिजली चोरी! जुगाड़ देख हैरान रह गए विभाग वाले, ऐसे खुला राज?

आज के समय में महंगाई का एक कारण बिजली का बिल भी है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बिजली चोरी कर ले तो क्या होगा? एक ऐसा ही मामला नागपुर से सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल, महाराष्ट्र के नागपुर में बिजली विभाग की छापेमार की. इस कार्रवाई में एक करोड़ से ज्यादा की बिजली चोरी होने का खुलासा हुआ है. ये बिजली चोरी एक राईस मिल में की जा रही थी. 

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Electricity Department Raided: आज के समय में महंगाई का एक कारण बिजली का बिल भी है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बिजली चोरी कर ले तो क्या होगा? एक ऐसा ही मामला नागपुर से सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल, महाराष्ट्र के नागपुर में बिजली विभाग की छापेमार की. इस कार्रवाई में एक करोड़ से ज्यादा की बिजली चोरी होने का खुलासा हुआ है. ये बिजली चोरी एक राईस मिल में की जा रही थी. 

विभाग को मिली थी सूचना 

विभाग ने जब एक राइस मिल पर छापा मारा तो वहां की हालत देखकर टीम हैरान रह गई. इसके बाद विभाग ने राइस मिल के मालिक के खिलाफ केस दर्ज कराया है. साथ ही विभाग ने 13 लाख 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह अब तक की सबसे बड़ी बिजली चोरी है.

दरअसल, नागपुर के रामटेक तहसील के देवलापार इलाके में एक चावल मिल है, जहां से बिजली चोरी की खबर मिली थी. इसके बाद जब विभाग ने मीटर की रीडिंग चेक की तो सभी हैरान रह गए. इस मीटर पर सरकारी सील नहीं दिख रही थी. इस मीटर से कई तार जुड़े हुए मिले जो बिजली चोरी की ओर इशारा कर रहे थे. जब इस मामले में गहन जांच की गई तो पता चला कि यहां से करोड़ों रुपये की चोरी हुई है.

4 लाख 90 हजार 32 यूनिट बिजली  चोरी 

रामटेक तहसील के देवलापार स्थित ताज राइस मिल में बिजली विभाग द्वारा 1 करोड़ 2 लाख 23 हजार 894 रुपए की बिजली चोरी का भंडाफोड़ हुआ है. एक रिकार्ड के मुताबिक, आज तक की सबसे बड़ी चोरी का मामला है. इस मामले में शख्स के खिलाफ इस रकम के अलावा अलग से 13 लाख 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.

इस मामले में राइस मिल के मालिक के खिलाफ भारतीय विद्युत अधिनियम 2003, संशोधित 2007 की धारा 151 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इस व्यक्ति ने पिछले 12 महीनों में 4 लाख 90 हजार 32 यूनिट बिजली का अवैध उपयोग किया है, जिसकी दर करीब 1 करोड़ 2 लाख 23 हजार 894 रुपए बताई जा रही है. इस एक व्यक्ति की वजह से सरकार और विभाग को 1 करोड़ 2 लाख 23 हजार 894 रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है.