जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों का ऐलान, 4 अक्टूबर को एक साथ आएंगे परिणाम

Vidhan Sabha Election 2024: भारतीय निर्वाचन आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया है. जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों  व हरियाण में एक ही राउंड वोटिंग होगी. दोनों राज्यों के चुनावों के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.

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Courtesy: social media

Vidhan Sabha Election 2024: भारतीय इलेक्शन कमीशन ने शुक्रवार को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है. निर्वाचन आयोग ने प्रेस कॉन्प्रेंस करके इलेक्शन का पूरा शेड्यूल बताया है. इसके द्वारा उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होगा और हरियाण में केवल एक ही राउंड में वोटिंग कराई जाएगी. इन दोनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित होंगे. जम्मू-कश्मीर में पहले राउंड की वोटिंग के लिए नोटिफिकेशन 20 अगस्त को जारी होगा और 18 सितंबर को मतदान होगा. वहीं, दूसरे राउंड की वोटिंग 25 सितंबर और तीसरे राउंड की वोटिंग 1 अक्टूबर को कराई जाएगी. 

हरियाण में सिर्फ 1 अक्टूबर को ही मतदान कराया जाएगा. इन दोनों राज्यों में हुए मतदान के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. हरियाणा में मतदाताओं की अंतिम सूची 27 अगस्त को जारी होगी. इस राज्य में करीब 2.1 करोड़ मतदाता वोटिंग करेंगे. राज्य में कुल 20 हजार 629 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार पोलिंग बूथ बहुमंजिला इमारतों में भी बनाए जाएंगे. स्लम इलाकों में भी मतदान इसी प्रकार कराया जाएगा. इसके साथ ही गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में भी इस प्रकार मतदान कराए जाएंगे. सभी बूथों पर पानी, शौचालय, रैंप, व्हीलचेयर आदि चीजों की व्यवस्था कराई जाएगी. 

युवाओं में है उत्साह 

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि कश्मीर के युवाओं में इलेक्शन को लेकर काफी उत्साह है. उन्होंने बताया कि आगामी 20 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में मतदाता सूची जारी की जाएगी. वहां की जनता तस्वीरें बदलते देखना चाहती है. जम्मू-कश्मीर में 11,838 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे और इसके साथ ही वहां 20 लाख युवा मतदान करेंगे. इसके साथ ही सभी उम्मीदवारों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. 

आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार हो रहे हैं विधानसभा चुनाव

जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को मोदी सरकार 2.0 द्वारा 5 अगस्त 2019 में हटाया गया था. इसके बाद इस प्रांत की राजनीतिक स्थितियां भी बदली हैं. इस राज्य के पुनर्गठन के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया है. इसके साथ ही अब यहां पर कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. इसके पहले इस प्रांत में 87 सीटें थीं और 4 सीटें लद्दाख की थीं. पुनर्गठन के बाद जब लद्दाख अलग केंद्रशासित राज्य बना तो जम्मू-कश्मीर में 83 सीटें ही बची थीं. इसके बाद चुनाव आयोग ने नए परिसीमन के साथ ही 7 सीटों में इजाफा कर दिया और अब जम्मू-कश्मीर में कुल 90 सीटें हैं. कश्मीर में 47 और जम्मू में कुल 43 सीटें हैं. 

हरियाणा में भी है कुल 90 सीटें 

हरियाण राज्य में भी 90 विधानसभा सीटें हैं. इस समय पर राज्य में भाजपा की सरकार है. साल 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे.इस दौरान भाजपा  ने अपने दम पर हरियाणा में सरकार बनाई थी. इसके बाद से भाजपा सरकार में है और अब वह तीसरी बार अकेले मैदान में उतरने जा रही है.