Padma Awards 2025 : हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया जाता है. इस साल भी जैसे हर बार, देश की प्रमुख हस्तियों को इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा. आज विजेताओं के नाम घोषित किए गए हैं, और मार्च या अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किए जाने वाले समारोह में भारत की राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू, इन पद्म पुरस्कारों से उन्हें सम्मानित करेंगी. पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं, जिनमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री शामिल हैं.
गोवा की 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी, पश्चिम बंगाल के ढाक वादक जिन्होंने 150 महिलाओं को पुरुष प्रधान क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया, और कठपुतली का खेल प्रस्तुत करने वाली पहली भारतीय महिला उन 30 गुमनाम नायकों में शामिल हैं जिन्हें पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई है. इस संबंध में शनिवार को एक सरकारी बयान जारी किया गया.
गोवा के स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाली लीबिया लोबो सरदेसाई ने 1955 में पुर्तगाली शासन के खिलाफ लोगों को एकजुट करने के लिए एक गुप्त रेडियो स्टेशन 'वोज दा लिबरडाबे (वॉयस ऑफ फ्रीडम)' की स्थापना की थी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरदेसाई को पद्मश्री देने की घोषणा की.
पुरस्कार पाने वालों में पश्चिम बंगाल के 57 वर्षीय ढाक वादक गोकुल चंद्र डे भी शामिल हैं, जिन्होंने पुरुष प्रधान क्षेत्र में 150 महिलाओं को ढाक वादन की कला में प्रशिक्षित किया और लैंगिक भेदभाव को चुनौती दी. डे ने एक हल्का ढाक वाद्ययंत्र भी डिजाइन किया, जो पारंपरिक ढाक से 1.5 किलोग्राम हल्का था. उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और पंडित रविशंकर तथा उस्ताद जाकिर हुसैन जैसी मशहूर हस्तियों के साथ कार्यक्रमों में भाग लिया.
पद्मश्री पुरस्कार पाने वालों में महिला सशक्तिकरण की प्रबल समर्थक 82 वर्षीय सैली होलकर भी शामिल हैं, जिन्होंने मध्य प्रदेश के महेश्वर में हथकरघा स्कूल की स्थापना की और लुप्त हो रही माहेश्वरी शिल्प कला को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. रानी अहिल्याबाई होल्कर से प्रेरित सैली ने अमेरिका में जन्म लेकर बुनाई की 300 साल पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए पांच दशक समर्पित किए.
पद्मश्री विजेताओं की सूची
पुरस्कार की तीन श्रेणियां होती हैं
पद्म पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिए जाते हैं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला, समाज सेवा, लोक-कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि में उत्कृष्ट कार्य किया हो. इन पुरस्कारों को तीन श्रेणियों में बांटा जाता है - पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री.
पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है. उच्चतम स्तर की विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण दिया जाता है, जबकि विशिष्ट सेवा के लिए पद्मश्री पुरस्कार दिया जाता है.
विजेताओं के लिए गाइडलाइंस
गृह मंत्रालय के अनुसार, पद्म पुरस्कारों को किसी भी पदवी के रूप में नहीं माना जाता, इसलिए पुरस्कार प्राप्तकर्ता अपने नाम के साथ इसे जोड़कर इसका उपयोग नहीं कर सकते. इन पुरस्कारों के साथ विजेताओं को कोई नगद राशि, भत्ता या रेल-हवाई यात्रा में कोई छूट जैसी सुविधाएं प्रदान नहीं की जाती हैं.
पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और मुहर वाला सर्टिफिकेट और एक मेडल दिया जाता है.
इसके अलावा, पुरस्कार विजेताओं को उनके मेडल की एक प्रतिकृति भी प्रदान की जाती है, जिसे वे किसी विशेष कार्यक्रम या समारोह में पहन सकते हैं.