Tahawwur Rana: 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को एनआईए ने हाल ही में भारत लाकर हिरासत में लिया है. सूत्रों के मुताबिक, राणा को अजमल कसाब जैसा अंजाम भुगतने का डर सता रहा है और वह बार-बार भारतीय कानून के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहा है.
भारतीय कानून और ट्रायल प्रक्रिया की ले रहा जानकारी
करीब 16 साल तक अमेरिका की जेल में बंद रहने के बाद भारत प्रत्यर्पित किया गया तहव्वुर राणा अब हर कानूनी पहलू को समझने की कोशिश कर रहा है. कोर्ट द्वारा नियुक्त सरकारी वकीलों से हुई आधे घंटे की मुलाकात के दौरान उसने अपने ऊपर लगे हर आरोप और धाराओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली. वह यह जानना चाहता है कि ट्रायल कब शुरू होगा, कितनी देर तक चलेगा और किन धाराओं में उसे सजा हो सकती है.
पूछताछ में नहीं दे रहा पूरा सहयोग
एनआईए फिलहाल तहव्वुर राणा से शुरुआती चरण की पूछताछ कर रही है. जांच अधिकारियों के अनुसार, राणा जानबूझकर सहयोग नहीं कर रहा और पूछताछ में समय खींचने की कोशिश कर रहा है. इसके बावजूद एनआईए ने उसे तय नियमों के अनुसार पांच वक्त की नमाज और भोजन की सुविधा दी है. सुरक्षा कारणों से उसे दिल्ली से बाहर नहीं ले जाया जा रहा है.
मुंबई हमलों की साजिश में अहम कड़ी
राणा का नाम पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआई के साथ साजिश में शामिल होने के आरोप में सामने आया है. माना जा रहा है कि उसने आतंकी डेविड हेडली के साथ मिलकर हमले की योजना बनाई थी. फिलहाल तहव्वुर राणा एनआईए की विशेष अदालत, पटियाला हाउस में पेश किया गया है, जहां से उसे 18 दिन की हिरासत में भेजा गया है.