Qatar Amir in India : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ भारत और कतर के संबंधों को एक नए स्तर पर पहुंचाने के लिए व्यापक चर्चा की. दोनों नेताओं ने यह निर्णय लिया कि भारत और कतर अपने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापार, ऊर्जा, निवेश, प्रौद्योगिकी, और लोगों के बीच संबंधों पर फोकस करते हुए एक "रणनीतिक साझेदारी" में बदलेंगे. इस साझेदारी से दोनों देशों के गहरे और पारंपरिक संबंधों को और भी मजबूती मिलेगी.
कतर के अमीर की भारत यात्रा
कतर के अमीर की यह दो दिवसीय यात्रा मोदी के निमंत्रण पर हो रही है और यह उनकी भारत की दूसरी राजकीय यात्रा है. इससे पहले वे मार्च 2015 में भारत आए थे. विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा को भारत और कतर की बढ़ती साझेदारी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया था.
सोमवार को कतर के अमीर को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका स्वागत किया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और कतर के अमीर ने हैदराबाद हाउस में कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.
रणनीतिक साझेदारी की स्थापना
प्रधानमंत्री मोदी और कतर के अमीर ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी की स्थापना पर सहमति जताई. इस ऐतिहासिक मौके पर कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल थानी और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच कुछ अहम दस्तावेजों का आदान-प्रदान हुआ.
#WATCH | दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर राज्य के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 18, 2025
(सोर्स: DD न्यूज़) pic.twitter.com/058ZySmGs0
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बारे में ट्वीट करते हुए कहा, "भारत और कतर के बीच गहरे और पारंपरिक संबंध और मजबूत हुए हैं. दोनों नेताओं ने व्यापार, ऊर्जा, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति, और लोगों के बीच संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस संबंध को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया."
द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर
भारत और कतर के बीच एक संशोधित समझौता भी हुआ, जिसके तहत आय पर करों के संबंध में दोहरे कराधान से बचने और राजकोषीय चोरी की रोकथाम के लिए एक नया समझौता किया गया. इस पर कतर के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हस्ताक्षर किए.
इसके अतिरिक्त, कतर के अमीर की यात्रा से यह भी स्पष्ट हुआ कि दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, व्यापार, निवेश, और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग को और गहरा किया जाएगा.
कतर यात्रा का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने कतर के अमीर का दिल्ली एयरपोर्ट पर स्वागत करते हुए उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने एक पोस्ट में कहा, "अपने भाई, कतर के अमीर एचएच शेख तमीम बिन हमद अल थानी का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे गया. भारत में उनके सफल प्रवास की कामना करता हूं और कल हमारी बैठक की प्रतीक्षा कर रहा हूं."
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कतर के अमीर से मुलाकात की और विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बातचीत भारत और कतर के रिश्तों को और मजबूत करेगी.
कतर में भारतीय समुदाय का योगदान
विदेश मंत्रालय ने इस दौरान यह भी बताया कि कतर में भारतीय समुदाय सबसे बड़ा प्रवासी समूह है और इस समुदाय का कतर की प्रगति और विकास में महत्वपूर्ण योगदान है.
भारत और कतर के बीच यह नई रणनीतिक साझेदारी दोनों देशों के लिए भविष्य में अनेक अवसरों और सहयोग की संभावनाएं लेकर आएगी.