Delhi Election 2025: अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर स्वाति मालीवाल ने फेंका कूड़ा, पुलिस ने हिरासत में लिया, देखें वीडियो

स्वाति मालीवाल तीन गाड़ियों में कूड़े लादकर केजरीवाल के निवास के सामने पहुंचीं और दिल्ली सरकार पर राजधानी में सफाई व्यवस्था चरमराने का आरोप लगाया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.

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Courtesy: social media

आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. मालीवाल, विकासपुरी इलाके से तीन गाड़ियों में लादकर लाए गए कूड़े को केजरीवाल के निवास के सामने फेंकने पहुंचीं और दिल्ली सरकार पर राजधानी में सफाई व्यवस्था चरमराने का आरोप लगाया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.

पूरा शहर कूड़ेदान बन गया है

मालीवाल ने घटनास्थल पर मीडिया से बात करते हुए कहा, "दिल्ली सरकार ने शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह निष्फल कर दी है. आज पूरा दिल्ली कूड़ेदान बन चुका है. मैं केजरीवाल जी से सीधे सवाल करने आई हूं कि जनता का पैसा कहां गया? अगर आप सुधरेंगे नहीं, तो जनता आपको सुधार देगी." उन्होंने यह भी कहा कि वह न तो "गुंडों" से डरती हैं और न ही पुलिस से.

पुलिस ने किया हिरासत में

मालीवाल के आवास के बाहर कूड़ा फेंकने के प्रयास के बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोकते हुए हिरासत में ले लिया. हालांकि, इस दौरान उनके समर्थकों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण नज़ारे भी देखने को मिले. पुलिस ने बताया कि स्वाति को कानून-व्यवस्था भंग करने के आरोप में थाने ले जाया गया है.

AAP और केजरीवाल पर सीधे निशाने 

यह घटना AAP के भीतर बढ़ते असंतोष की ओर भी इशारा करती है. स्वाति मालीवाल, जो खुद पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं, ने केजरीवाल की नेतृत्व शैली और दिल्ली सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आगे कहा, "हमने जनता को स्वच्छ दिल्ली का सपना दिखाया था, लेकिन आज नालियां अटी हैं, कूड़े के पहाड़ खड़े हैं. यह सरकार जनता के पैसे का गबन कर रही है."

दिल्ली की सफाई व्यवस्था पर सवाल

दिल्ली में कूड़ा प्रबंधन लंबे समय से विवादों में रहा है. MCD और दिल्ली सरकार के बीच जिम्मेदारियों को लेकर तनाव के बीच अक्सर कॉलोनियों और सार्वजनिक स्थानों पर कूड़े के ढेर देखे जाते हैं. AAP सरकार ने 2015 में स्वच्छता अभियान को प्राथमिकता बताया था, लेकिन विपक्षी दलों का आरोप है कि यह मुद्दा उपेक्षित रहा.