सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस डी. य. चंद्रचूड़ ने एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर स्पष्ट रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कई बार अपने फैसलों में ईवीएम को वैध ठहराया है और ऐसे में हमें इसे स्वीकार करना चाहिए.
ईवीएम को वैध ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले की पुष्टि
जस्टिस चंद्रचूड़ का यह बयान उन आरोपों के बीच आया है, जिसमें कुछ दलों और व्यक्तियों ने ईवीएम के माध्यम से चुनावों में धांधली की आशंका जताई थी. उनका कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम के सही होने की पुष्टि पहले ही कर दी है और इसे लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अदालत के फैसले को हमें सम्मान देना चाहिए और चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर विश्वास करना चाहिए.
ईवीएम पर बढ़ते सवालों पर जवाब
हाल के दिनों में कुछ राजनीतिक दलों और उनके नेताओं द्वारा ईवीएम के मुद्दे को फिर से उठाया गया था. इन दलों ने चुनावों में ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इन सवालों को कई बार खारिज करते हुए इसे एक कानूनी और पारदर्शी विधि माना है, जो चुनावी प्रक्रिया में कोई भी अनियमितता नहीं उत्पन्न होने देती.
जस्टिस डी. य. चंद्रचूड़ का यह बयान यह स्पष्ट करता है कि हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए और लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया – चुनाव – में किसी भी प्रकार की अनावश्यक शंका को न बढ़ाना चाहिए. ईवीएम की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट का रुख अब तक साफ और सकारात्मक रहा है, और हमें इस पर भरोसा रखना चाहिए.