Shashi Tharoor share selfie with Piyush goyal : दिल्ली, महाराष्ट्र और राजस्थान में हार के बाद भी कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर पिछले कुछ दिनों से लगातार बीजेपी की तारीफ कर रहे हैं. एक बार फिर वे नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ करते नजर आए. हाल ही में उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ एक फोटो शेयर कर सरकार की तारीफ की.
क्या है मामला
दरअसल, तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने बीजेपी के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ सेल्फी ली. उन्होंने सेल्फी शेयर कर कहा, "ब्रिटेन के व्यापार और व्यापार राज्य सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स के साथ उनके भारतीय समकक्ष वाणिज्य और उद्योग मंत्री @PiyushGoyal की मौजूदगी में बातचीत करके अच्छा लगा. लंबे समय से रुकी हुई FTA की बात चित एक बार फिर शुरू हो गई है, जो स्वागत के लायक है।"
आपको बता दे, कुछ दिनों पहले ही शशि थरूर ने केरल की पिनारई विजयन सरकार की तारीफ की थी. इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे की भी तारीफ की थी. थरूर के इस रुख के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें तलब किया. मुलाकात के बाद थरूर ने कहा, "राहुल गांधी से बहुत अच्छी बातचीत हुई," हालांकि उन्होंने बंद कमरे की चर्चा का ब्योरा देने से इनकार कर दिया. इससे पहले, थरूर ने एक लेख में केरल की LDF सरकार की तारीफ की थी, जिसे कांग्रेस ने अपने खिलाफ माना. पार्टी सूत्रों का कहना है कि थरूर अपनी भूमिका को लेकर असंतुष्ट हैं और इसे स्पष्ट करना चाहते हैं.
CPI(M) का खुला न्योता
थरूर के बयान पर CPI(M) के वरिष्ठ नेता थॉमस इसाक ने तुरंत प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अगर थरूर कांग्रेस छोड़ते हैं, तो केरल की राजनीति में वे अकेले नहीं रहेंगे. हमारी पार्टी को उन्हें स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं. इसाक ने यह भी जोड़ा थरूर का इतने समय तक कांग्रेस में रहना अपने आप में चमत्कार है. CPI(M) ने पहले भी कई कांग्रेस नेताओं को अपनाया है, और थरूर के लिए दरवाजे खुले होने का संकेत दिया.
उन्होंने आगे क्या कहा?
थरूर का यह बयान 2026 के केरल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है. उनकी तारीफ और स्वतंत्र रुख ने पार्टी में नेतृत्व संकट की बहस को हवा दी है. क्या थरूर सचमुच कांग्रेस छोड़ेंगे या यह दबाव की रणनीति है, यह अभी अस्पष्ट है. लेकिन CPI(M) का स्वागत संकेत साफ है. केरल की सियासत में नया मोड़ आ सकता है.