Shashi Tharoor News: तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. 24 घंटे पहले ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा की तारीफ की थी और अब एक लेख में केरल की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की सराहना की है. इससे कांग्रेस पार्टी के भीतर एक उबाल सा आ गया है और थरूर की इस टिप्पणी पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
शशि थरूर का विवादित लेख
14 फरवरी को 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' में प्रकाशित शशि थरूर का लेख 'Changing Kerala: Lumbering jumbo to a lithe tiger' में केरल के औद्योगिक विकास और स्टार्टअप इकोनॉमी की तारीफ की गई है. लेख में थरूर ने लिखा कि केरल अब भारत के टेक्नोलॉजिकल और इंडस्ट्रियल बदलाव का नेतृत्व करने के लिए अच्छी स्थिति में है. इस लेख ने खास तौर पर पिनाराई विजयन सरकार के कार्यकाल में राज्य में इंडस्ट्रियल ग्रोथ की सराहना की, जो कांग्रेस पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन गया.
कांग्रेस में बढ़ा विवाद
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने शशि थरूर के लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि न तो वह और न ही कांग्रेस पार्टी को इस लेख के तथ्यों और आंकड़ों के बारे में जानकारी है. उन्होंने कहा, "पार्टी को इन तथ्यों और आंकड़ों की जांच करनी चाहिए, जिनके आधार पर थरूर ने यह लेख लिखा है." सतीशन ने केरल के औद्योगिक माहौल को लेकर थरूर की राय का विरोध करते हुए कहा कि राज्य में औद्योगिक क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है.
शशि थरूर का जवाब
थरूर ने इस विवाद पर अपनी सफाई पेश करते हुए कहा, "मेरा लेख पूरी तरह से तथ्यों और आंकड़ों पर आधारित था. मैंने इसे किसी सरकारी या इंडिपेंडेंट सोर्स पर नहीं, बल्कि वास्तविक डेटा पर लिखा है. इस लेख के खिलाफ केरल कांग्रेस का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है." थरूर ने यह भी कहा, "अगर कोई भी मेरे लेख पर चर्चा करना चाहता है, तो मैं हमेशा उपलब्ध हूं. लेख में मेरी राय केरल की पिछले 18 महीनों में हुई प्रगति पर आधारित है."
पी राजीव का समर्थन
थरूर के लेख को केरल के उद्योग मंत्री पी. राजीव ने समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि शशि थरूर हमेशा तथ्यों के आधार पर बात करते हैं और पूरे राज्य की तारीफ की है, न कि केवल वामपंथी सरकार या मुख्यमंत्री की. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल भी इस प्रगति के हिस्से के रूप में अपनी भूमिका का दावा कर सकते हैं, क्योंकि कई निर्वाचन क्षेत्रों में विकास और औद्योगिक वृद्धि के काम हुए हैं.
शशि थरूर की टिप्पणियाँ कांग्रेस पार्टी के भीतर एक नया विवाद खड़ा कर सकती हैं. उनकी तारीफों ने जहां एक ओर केरल के औद्योगिक विकास को उजागर किया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के भीतर इस पर सवाल उठाए गए हैं. हालांकि, थरूर का कहना है कि उनका लेख पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित था, और वह किसी भी तरह की आलोचना से बचने के लिए तैयार हैं. अब देखना यह होगा कि इस विवाद का कांग्रेस के आंतरिक राजनीति पर क्या असर पड़ता है.