सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष, इसकी तुलना किसी झाड़ और झंखाड़ से नहीं : योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को महाकुंभ मेले को एकता का संदेश देने वाला तथा देश और दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बताते हुए कहा कि सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष की तरह है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष है और इसकी तुलना किसी झाड़ और झंखाड़ से नहीं होनी चाहिए.

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Courtesy: social media

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक सार्वजनिक संबोधन में सनातन धर्म को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे एक विराट वट वृक्ष की संज्ञा दी. उन्होंने कहा कि "सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष है, जिसकी जड़ें बहुत गहरी हैं और शाखाएं बहुत विस्तृत हैं. इसकी तुलना किसी झाड़ और झंखाड़ से नहीं की जा सकती." योगी आदित्यनाथ ने इस वक्तव्य के माध्यम से सनातन धर्म की महानता और इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक गहराई को रेखांकित किया.

सनातन धर्म की महानता

योगी आदित्यनाथ का मानना है कि सनातन धर्म केवल एक धार्मिक पद्धति नहीं है, बल्कि यह एक जीवन दर्शन है, जो सदियों से भारतीय संस्कृति, परंपरा और जीवन के हर पहलू में समाहित है. उन्होंने कहा कि यह धर्म दुनिया के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है, जिसकी जड़ें भारतीय समाज और संस्कृति में गहरी पैठी हुई हैं. इसका उद्देश्य न केवल आस्था और श्रद्धा का पालन करना है, बल्कि यह समाज के उत्थान और जीवन को श्रेष्ठ बनाने के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में कार्य करता है.

वर्तमान संदर्भ में सनातन धर्म

योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि कुछ लोग सनातन धर्म को गलत तरीके से प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह धर्म अपने सिद्धांतों और संस्कृतियों के प्रति अपार श्रद्धा और विश्वास से भरा हुआ है. उनका यह भी कहना था कि सनातन धर्म का संदेश केवल भारतीय उपमहाद्वीप तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सम्पूर्ण मानवता के लिए एक अमूल्य धरोहर है, जो समय और समाज के बदलावों के बावजूद प्रासंगिक बना हुआ है.

समाज में सनातन धर्म का महत्व

योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि सनातन धर्म समाज में एकता, भाईचारे और समरसता का संदेश देता है. यह धर्म भारतीय संस्कृति की नींव है, और इसे वैश्विक स्तर पर भी सम्मान मिलना चाहिए. उन्होंने भारतीय समाज के विभिन्न समुदायों से आह्वान किया कि वे अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं के प्रति गर्व महसूस करें और उन्हें पूरी दुनिया में फैलाने का प्रयास करें.योगी आदित्यनाथ का यह बयान न केवल सनातन धर्म की महत्ता को उजागर करता है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और समाज के लिए एक सशक्त संदेश भी है. उनके शब्दों में यह स्पष्ट है कि सनातन धर्म न केवल एक धार्मिक विश्वास है, बल्कि यह भारतीय जीवन का आधार है, जिसकी गहरी जड़ें और विशाल शाखाएं समय के साथ भी कायम रहेंगी. 

(इस खबर को सलाम हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)