कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर तगड़ा हमला किया है. उनका कहना है कि भाजपा ने चुनावों के दौरान एक बार वादा किया था कि जो नेता भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे होंगे, उन्हें जेल भेजा जाएगा, लेकिन सत्ता में आते ही वही नेता मंत्री बना दिए गए. शुक्ला ने भाजपा के इस दोगले रवैये को लेकर सवाल उठाए और पार्टी के दोहरे मापदंड पर चुपके-चुपके निशाना साधा.
भ्रष्टाचार पर भाजपा का दोगला रवैया
राजीव शुक्ला ने अपने बयान में कहा, "भा.ज.पा. ने चुनावी प्रचार के दौरान कई बार कहा था कि भ्रष्टाचार करने वालों को जेल भेजा जाएगा. लेकिन जब वह सत्ता में आए, तो उसी पार्टी के नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद उन्हें मंत्री पद दे दिए गए. यह वादा करने और उसे तोड़ने का उदाहरण है."
उन्होंने आगे कहा, "यह भाजपा की असलियत है, जो अपने बयान और वादों से मुंह मोड़ लेती है. पहले तो वे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने का दावा करते थे, अब उन्हीं नेताओं को सत्ता में शामिल कर लिया. यह जनता को धोखा देने जैसा है."
भ्रष्टाचार के आरोपियों को मंत्री पद देने पर सवाल
राजीव शुक्ला ने विशेष रूप से भाजपा नेताओं द्वारा उन नेताओं को मंत्री बनाने का हवाला दिया, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप थे. उन्होंने कहा, "भा.ज.पा. को यह साफ करना चाहिए कि जो लोग भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे थे, उन्हें मंत्री बनाना कैसे सही है. क्या यह भाजपा का सही कदम था, या यह सत्ता में बने रहने की एक रणनीति थी?"
भा.ज.पा. का पलटवार
भा.ज.पा. ने कांग्रेस नेता के आरोपों को खारिज किया और कहा कि उनके दल में किसी भी नेता पर कोई भी आरोप साबित नहीं हुआ है. पार्टी ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस सिर्फ आरोप लगाकर भाजपा की छवि को नुकसान पहुंचाना चाहती है.
कांग्रेस और भाजपा के बीच बढ़ता हुआ आरोप-प्रत्यारोप
यह बयान कांग्रेस और भाजपा के बीच बढ़ते आरोप-प्रत्यारोप का हिस्सा है. आगामी चुनावों को लेकर दोनों पार्टियों के बीच शब्दों की जंग तेज हो गई है.