Maha Kumbh 2025: राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार को महाकुंभ मेले का करेंगे दौरा, पवित्र संगम में लगाएंगे डुबकी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को प्रयागराज में महाकुंभ मेले का दौरा करेंगी और संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगी. पौष पूर्णिमा (13 जनवरी) से शुरू हुआ महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम है, जिसमें दुनिया भर से श्रद्धालु आते हैं. यह 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: social media

Maha Kumbh 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार यानि कि 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेंगी. यहां राष्ट्रपति कार्यालय ने रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान में इस महत्वपूर्ण दौरे की जानकारी दी. यह यात्रा महाकुंभ के अवसर पर विशेष महत्व रखती है और राष्ट्रपति का संगम में स्नान करना धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. 

संगम स्नान और मंदिर दर्शन

राष्ट्रपति मुर्मू प्रयागराज में आठ घंटे से अधिक समय तक रहेंगी, इस दौरान वह संगम में स्नान करेंगी. इसके बाद वह अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन भी करेंगी. इन धार्मिक स्थलों की विशेष महिमा है, और राष्ट्रपति द्वारा इन स्थलों पर पूजा-अर्चना से महाकुंभ के धार्मिक माहौल में एक नई आस्था का संचार होगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रहेगी मौजूदगी

इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी राष्ट्रपति के साथ मौजूद रहेंगे. उनके साथ यात्रा धार्मिक और राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह राज्य सरकार की ओर से महाकुंभ के आयोजन में की गई व्यवस्थाओं की सराहना का प्रतीक है.

सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

राष्ट्रपति के दौरे को लेकर प्रयागराज में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, और शहर में सुरक्षा का माहौल पूरी तरह से नियंत्रित रहे.

डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का भी करेंगी अवलोकन

आधुनिक भारत और डिजिटल युग के साथ धार्मिक आयोजनों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को राष्ट्रपति समर्थन देंगी. वे डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन करेंगी, जिसमें महाकुंभ मेले की विस्तृत जानकारी तकनीकी माध्यमों से उपलब्ध कराई जा रही है. यहां देश-विदेश के श्रद्धालुओं को इस अद्भुत आयोजन को और अधिक निकटता से अनुभव करने के लिए स्थापित किया गया है. राष्ट्रपति शाम पौने छह बजे प्रयागराज से वापस नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी.