Mokama Golikand: मोकामा के नौरंगा जलालपुर में हुई फायरिंग मामले में फरार अभियुक्तों के घर पर कुर्की के लिए इश्तेहार चिपकाया गया है. यदि अभियुक्त आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी. मोकामा में फायरिंग मामले में फरार मोनू सिंह और अन्य अभियुक्तों के घर पर पुलिस कुर्की की तैयारी कर रही है और इसके लिए इश्तेहार चिपकाया गया है. गुरुवार (13 फरवरी) को पंचमहला थाना क्षेत्र के नौरंगा जलालपुर में मोनू सिंह समेत दो अन्य अभियुक्तों, गौतम कुमार और सौरभ कुमार के घर पर कुर्की का इश्तेहार चिपकाया गया है.
फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का एक्शन
बाढ़ एएसपी राकेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि माननीय न्यायालय द्वारा पंचमहला थाना में दर्ज कांड के अभियुक्तों के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी किया गया था. इस वारंट से बचने के लिए अभियुक्त अपने आप को छुपा रहे हैं और फरार हो गए हैं. पटना पुलिस ने न्यायालय से इश्तेहार के लिए अनुरोध किया था, जिसके बाद न्यायालय ने आदेश दिया कि फरार अभियुक्तों को जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया है. एएसपी राकेश कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर फरार अभियुक्त समय पर आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो उनके चल और अचल संपत्तियों की कुर्की की जाएगी.
पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा
इस बीच, मोनू सिंह के घर पर पुलिस को विरोध का सामना भी करना पड़ा. मोनू सिंह के घर की महिलाओं ने कहा कि यह उनका घर नहीं है और यहां इश्तेहार नहीं चिपकने देंगे. इस पर काफी देर तक विवाद हुआ. एएसपी राकेश कुमार ने कहा कि इस मामले में भी पुलिस विधि अनुसार कार्रवाई करेगी.
22 जनवरी को हुई थी गोलीबारी
22 जनवरी को मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच जमकर गोलीबारी हुई थी. इस घटना में दोनों पक्षों की ओर से पंचमहला थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने अपनी ओर से भी एफआईआर दर्ज की थी. सोनू को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अनंत सिंह भी सरेंडर करने के बाद जेल में हैं. अब पटना पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी है. पिछले सप्ताह ही एक अधिकारी ने बताया था कि इश्तेहार चिपकाने के लिए पुलिस ने न्यायालय में अपील की थी.
मोकामा फायरिंग मामले में पुलिस की कड़ी कार्रवाई जारी है और फरार अभियुक्तों के खिलाफ न्यायिक आदेशों के पालन के लिए इश्तेहार चिपकाए गए हैं. यदि अभियुक्त आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी. पुलिस का उद्देश्य फायरिंग में शामिल आरोपियों को जल्द से जल्द न्याय के दायरे में लाना है.