बिहार में पुलिस की बर्बरता के एक और मामले ने तूल पकड़ा है. वैशाली जिले में पुलिस द्वारा एक युवक की बेरहमी से पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी युवक पर लाठियां बरसा रहे हैं. आरोप है कि पुलिस ने मुखिया से पैसे लेकर युवक की पिटाई की, जबकि युवक के खिलाफ कोई मुकदमा भी दर्ज नहीं था.
पटना में छात्रों पर लाठीचार्ज और मुजफ्फरपुर में कस्टोडियल डेथ के मामले अभी ठंडे भी नहीं हुए थे कि वैशाली पुलिस का यह नया मामला सामने आ गया. घटना वैशाली जिले के कटहरा थाना क्षेत्र की है, जहां पुलिस ने एक युवक को बेरहमी से पीटा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. पीड़ित युवक की पहचान आंध्र प्रदेश के बलिराम कुमार के रूप में हुई है, जो अपनी बेटी को मैट्रिक परीक्षा दिलाने के लिए सुमेरगंज आया था.
विवाद और पुलिस की बर्बरता
आरोप है कि सरस्वती पूजा के दौरान एक दुकानदार से बलिराम कुमार का विवाद हो गया था. इसके बाद दुकानदार ने स्थानीय मुखिया को फोन किया, और मुखिया के निर्देश पर पुलिस ने बलिराम कुमार को मौके से हिरासत में लिया. थाने में पहुंचने पर पुलिस ने उसकी बुरी तरह से पिटाई की. घटना के बाद बलिराम के शरीर पर काले और लाल रंग के निशान पड़े हैं. पीड़ित का कहना है कि उसने पुलिस से कई बार मदद की गुहार लगाई, लेकिन पुलिसकर्मियों ने जवाब दिया कि जितना लाठी मारेंगे उतना मुखिया से पैसे मिलेंगे.
DSP का बयान और जांच की प्रक्रिया
वैशाली के DSP मुख्यालय, अबू ज़फर इमाम ने इस मामले पर सफाई दी है. उन्होंने बताया कि 5 फरवरी को कटहरा थाना क्षेत्र में शराब पीकर झगड़ा करने की सूचना मिली थी. जब पुलिस ने बलिराम कुमार से पूछताछ की, तो वह धौंस दिखाने की कोशिश करने लगा, जिसके बाद पुलिस ने उसे अनुशासित करने के लिए बल प्रयोग किया. DSP ने इस मामले की जांच का आश्वासन दिया है और मुखिया की संलिप्तता पर कहा कि जांच के बाद स्थिति साफ होगी.
पीड़ित का इलाज और स्थिति
पीड़ित बलिराम कुमार को गंभीर हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनकी बेरहमी से पिटाई की और इस दौरान उनकी शारीरिक स्थिति बिगड़ गई. उनका कहना था कि पुलिसकर्मी उन्हें लाठियों से मारने के बदले पैसे की बात कर रहे थे, जो इस घटना की गंभीरता को और बढ़ाता है.
यह घटना एक बार फिर पुलिस की बर्बरता और असंवेदनशीलता को उजागर करती है. पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई और पीड़ित युवक के साथ किए गए व्यवहार पर सवाल उठ रहे हैं. अब यह देखना होगा कि जांच के बाद मामले में क्या कार्रवाई होती है और पुलिस के इस घिनौने कृत्य का क्या परिणाम होता है.