Parliament Winter Session: शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है और उम्मीद है कि माहौल भी ठंडा रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि संसद का यह सत्र कुछ खास होने वाला है. सबसे अच्छी बात यह है कि संविधान की यात्रा 75वें साल में जा रही है जो लोकतंत्र के लोगों के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि हम संसद में स्वस्थ चर्चा चाहते हैं और इसमें सभी को योगदान देना चाहिए.
संसद को कंट्रोल करने की कोशिश
उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण किसी हद तक जा सकते है. यही वजह है कि जनता ने उनको नकार दिया है. ये मुठ्ठी भर लोग संसद का सत्र चलने नहीं देते है. ये सभी मिल कर संसद को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं. वो सभी मिल कर कोशिश करते है कि संसद में चर्चा न हो सके. ये जनता के दर्द को नहीं समझते है. वो जनता के उम्मीद का बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते है.
उनका मकसद सिर्फ संसद की गतिविधियों को रोकने का होता है, लेकिन जनता उनके इस व्यवहार को ध्यान में रखती है और समय आने पर उसका जवाब भी दे देती है. उन्होंने कहा कि दुःख ये है कि नए संसद नए विचार को लेकर आते है. वो जनता के बारे में न सोच कर सिर्फ और सिर्फ अपने बारे में सोचते है. ये सभी मिल कर जनता की भावनाओं को आहात पहुंचते है. ऐसे में जब चुनाव आता है तो जनता भी इसका जवाब उसी रूप में देती हैं.
#WATCH | #ParliamentWinterSession | Prime Minister Narendra Modi says "The public has to reject them (Opposition) again and again...It is a condition of democracy that we respect the feelings of the people and work hard day and night to live up to their hopes and expectations.… pic.twitter.com/pNHKtcXYxF
— ANI (@ANI) November 25, 2024
पीएम मोदी ने कहा कि संसद में सत्र के दौरान मैं विपक्ष के नेताओं से बार- बार निवेदन करता हूं. वही कुछ विपक्ष के नेताओं का मन रहता है कि वो संसद में चर्चा करें, लेकिन जब जनता ने ही नकार दिया है तो क्या कर सकते है? सभी विपक्ष के दल में नए साथी और सभी के नए विचार हैं. आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है. हमें संसद में जनता के भावना को समज कर काम करना चाहिए.