Paris: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस में आयोजित एआई एक्शन समिट के दौरान गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से मुलाकात की. इस अवसर पर, दोनों नेताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से भारत में होने वाले "अविश्वसनीय अवसरों" और भारत के डिजिटल परिवर्तन पर विस्तार से चर्चा की. यह मुलाकात भारत और गूगल के बीच तकनीकी सहयोग को और मजबूती देने के संदर्भ में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
गूगल और भारत का डिजिटल परिवर्तन
सुंदर पिचाई, जो भारतीय मूल के हैं, ने इस मुलाकात में इस बात पर भी जोर दिया कि गूगल और भारत किस तरह मिलकर देश के डिजिटल परिवर्तन में योगदान दे सकते हैं. पिचाई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “एआई एक्शन समिट के लिए पेरिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर बहुत खुशी हुई. हमने भारत में एआई द्वारा लाए जाने वाले अविश्वसनीय अवसरों और भारत के डिजिटल परिवर्तन पर मिलकर काम करने के तरीकों पर चर्चा की."
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में शिखर सम्मेलन
मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की. इस समिट में एआई के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और उसके प्रभावी उपयोग के लिए रास्ते तैयार करने की दिशा में विचार-विमर्श किया गया. मोदी ने शिखर सम्मेलन में साझा किया कि एआई राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को बदलने की ताकत रखता है और “इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है.”
वैश्विक ढांचा और पारदर्शिता पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने एआई के लिए एक वैश्विक ढांचा बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया, जो खुले स्रोत पर आधारित हो और जिससे विश्वास तथा पारदर्शिता बढ़े. मोदी का कहना था कि प्रौद्योगिकी को स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में समाहित किया जाना चाहिए ताकि यह अधिक प्रभावी और उपयोगी साबित हो सके.
एआई युग का आगाज
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि हम एआई युग के भोर में हैं, जो मानवता के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि एआई के प्रभाव से दुनियाभर के लोग प्रभावित होंगे और इसका उपयोग मानवता की दिशा को नई दिशा दे सकता है.
प्रधानमंत्री मोदी और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के बीच यह मुलाकात भारत के डिजिटल क्षेत्र में एआई की भूमिका को लेकर दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम है. इस सम्मेलन ने एआई के भविष्य को लेकर वैश्विक दृष्टिकोण और रणनीतियों को साझा करने का मंच प्रदान किया, जो आने वाले समय में तकनीकी विकास और नवाचार को आगे बढ़ाने में सहायक होगा.