Mahakumbh Fire Prayagraj: प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आई है. मेले के सेक्टर 18 और 19 के बीच स्थित कई पंडालों में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई. आग की घटना के बाद तुरंत ही बचाव कार्य शुरू कर दिया गया, और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची. घटना के पीछे शॉर्ट सर्किट का कारण माना जा रहा है, हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.
आग का कारण और घटनास्थल
महाकुंभ मेले में भारी संख्या में श्रद्धालु और श्रद्धालु सेवक उपस्थित हैं, जिनके लिए विभिन्न पंडालों में रुकने और पूजा-अर्चना की व्यवस्था की गई है. मंगलवार देर रात अचानक सेक्टर 18 और 19 के बीच स्थित कुछ पंडालों में आग लग गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, हालांकि इसके बारे में जांच जारी है. आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पास के पंडाल भी इसकी चपेट में आ गए.
प्रयागराज: महाकुंभ मेला के सेक्टर 19 में आग लगने से हड़कंप फायरकर्मी और NDRF की टीम ने आग पर पाया काबू आग से दो दर्जन टेंट और स्टोर रूम जलकर राख आग लगने के दौरान पूरा शिविर खाली था सेक्टर 19 के लवकुश आश्रम का शिविर का मामला। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। pic.twitter.com/twN24C1K52
— Sumit Kumar (@skphotography68) February 15, 2025
दमकल विभाग का तत्परता से बचाव कार्य
घटना के बाद दमकल विभाग की टीम ने तेजी से कार्रवाई शुरू की. पंडालों में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और आग पर काबू पाने की कोशिशें की गईं. दमकलकर्मियों ने कड़ी मेहनत करते हुए आग को नियंत्रण में किया, लेकिन इस दौरान कुछ पंडालों और अस्थायी संरचनाओं को नुकसान पहुँचा. राहत की बात यह रही कि आग से किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है.
पुलिस और प्रशासन का बयान
पुलिस और प्रशासन ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है. एक अधिकारी ने बताया, "यह शॉर्ट सर्किट का मामला हो सकता है, लेकिन हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं. घटना के बाद सभी पंडालों को सुरक्षित किया गया है और अब तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं है."
महाकुंभ मेला प्रशासन की ओर से सतर्कता
महाकुंभ मेला प्रशासन ने इस घटना के बाद सुरक्षा इंतजामों को और सख्त करने की बात की है. मेला क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से आग बुझाने के इंतजाम पहले से ही किए गए थे, लेकिन इस घटना ने प्रशासन को और अधिक सतर्क कर दिया है. प्रशासन ने सभी पंडालों के इलेक्ट्रीकल वायरिंग और अन्य सुरक्षा प्रबंधों की जांच करने के निर्देश दिए हैं.
महाकुंभ मेला एक धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं. इस तरह की घटनाएँ न केवल सुरक्षा की चुनौती उत्पन्न करती हैं, बल्कि मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकती हैं. प्रशासन और संबंधित विभागों को इस घटना से सीख लेकर आने वाले दिनों में सुरक्षा व्यवस्थाओं को और मजबूत करना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों.म