Pakistan firing: भारत और पाकिस्तान के नियंत्रण रेखा पर एक बार फिर तनाव बढ़ गया है, जहां पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की. भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कृष्णा घाटी ब्रिगेड के तहत नांगी टेकरी बटालियन ने इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया. आखिर क्या हुआ था ऐसा?
अधिकारीयों ने दी जानकारी
अधिकारी के अनुसार, 1 अप्रैल 2025 को नियंत्रण रेखा पार करने की कोशिश के दौरान एक माइन ब्लास्ट हुआ, जिसके बाद पाकिस्तानी सैनिकों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. भारतीय सैनिकों ने संयमित लेकिन प्रभावी तरीके से जवाबी कार्रवाई की और अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना 2021 के DGSMO समझौते को बनाए रखने के महत्व को दोहराती है और शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
CRPF ने मिलकर ऑपरेशन शुरू किया
इस घटना के बीच कठुआ के पंजतीर्थी इलाके में भी सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन चल रहा है. 31 मार्च की रात को संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF ने मिलकर ऑपरेशन शुरू किया था. 1 अप्रैल की सुबह फिर मुठभेड़ हुई, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च और क्लियरिंग ऑपरेशन तेज कर दिया है. इलाके में कड़ी निगरानी और घात लगाए गए हैं, जबकि खुफिया सूचनाओं के आधार पर ऑपरेशन जारी है.
स्थिति पर कड़ी नजर
राइजिंग स्टार कॉर्प्स ने पुष्टि करते हुए बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर निगरानी और घात लगाकर किए गए हमले के बाद 31 मार्च को संदिग्ध गतिविधि देखी गई थी. 1 अप्रैल की सुबह तलाशी अभियान शुरू किया गया, जो अभी भी जारी है. सुरक्षा बलों ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है और हर संभावित खतरे पर नजर रखी जा रही है. भारतीय सेना और अन्य एजेंसियां मिलकर न केवल एलओसी पर शांति बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं, बल्कि आतंकी गतिविधियों को कुचलने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं.