Pahalgam terror attack: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की दर्दनाक मौत हो गई. 17 अप्रैल को शुभम अपने परिवार और पत्नी एशान्या के साथ कश्मीर की वादियों में घूमने गए थे, लेकिन यह यात्रा उनके लिए अंतिम साबित हुई.
‘अगर कलमा पढ़ लो तो छोड़ देंगे’, लेकिन नहीं झुके शुभम
घटना के दिन शुभम और उनकी पत्नी घुड़सवारी कर रहे थे, तभी आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया. चश्मदीद पत्नी एशान्या ने बताया कि आतंकियों ने शुभम से उनका नाम और धर्म पूछा. फिर कहा, "अगर तुम कलमा पढ़ लो, तो तुम्हें गोली नहीं मारेंगे." लेकिन शुभम ने इनकार कर दिया. इसके बाद आतंकियों ने उनके सिर में गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
शव का इंतजार
शुभम की पत्नी को आतंकियों ने यह कहते हुए छोड़ दिया कि हम तुम्हें इसलिए छोड़ रहे हैं ताकि तुम अपनी सरकार को बताओ कि हमने क्या किया. यह घटना दिल दहला देने वाली है और इससे घाटी में फिर से फैले आतंक का भयावह चेहरा सामने आया है. शुभम के परिवार में मातम पसरा है. कानपुर के महाराजपुर क्षेत्र स्थित उनके घर में परिजन और रिश्तेदार लगातार शव के लौटने का इंतजार कर रहे हैं. शुभम के चचेरे भाई सौरभ ने सरकार से मांग की है कि शव को जल्द से जल्द कानपुर पहुंचाया जाए.