मौनी अमावस्या पर अब श्रद्धालुओं की भीड़ के दौरान रेलवे ने 80 स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है, और 190 और स्पेशल ट्रेनें चलेंगी

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के बाद अब श्रद्धालुओं की वापसी की भीड़ बढ़ने लगी है, जो मेला क्षेत्र से बाहर निकलकर रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही है. इस स्थिति को देखते हुए रेलवे ने आज दोपहर 12 बजे तक 80 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है. इसके साथ ही 190 अतिरिक्त ट्रेनों के चलने की योजना बनाई गई है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: social media

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के बाद अब श्रद्धालुओं की वापसी की भीड़ बढ़ने लगी है, जो मेला क्षेत्र से बाहर निकलकर रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही है. इस स्थिति को देखते हुए रेलवे ने आज दोपहर 12 बजे तक 80 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है. इसके साथ ही 190 अतिरिक्त ट्रेनों के चलने की योजना बनाई गई है.

190 अन्य स्पेशल ट्रेनों को चलाने की तैयारी 
मौनी अमावस्या पर स्नान के बाद, श्रद्धालु अब वापस अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं. उत्तर रेलवे ने आज दोपहर तक 80 स्पेशल ट्रेनों का संचालन विभिन्न रूटों पर किया. इसके अलावा, 190 अन्य स्पेशल ट्रेनों को चलाने की तैयारी की गई है. उत्तर मध्य रेलवे के CPRO शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि स्नान के बाद श्रद्धालु रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे स्टेशनों पर भीड़ का दबाव बढ़ गया है. इसे नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन किया है.

सीपीआरओ के मुताबिक इन ट्रेनों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने घरों को लौट चुके हैं, लेकिन अब भी भारी भीड़ महाकुंभ से निकलकर स्टेशन की ओर बढ़ रही है. हालात को देखते हुए रेलवे ने 190 अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने की योजना बनाई है, जो अलग-अलग समय पर और विभिन्न रूटों पर चलाई जाएंगी. उन्होंने यह भी बताया कि अब तक उत्तर मध्य रेलवे ने 50 स्पेशल ट्रेनें, उत्तर रेलवे ने 13 और पूर्वोत्तर रेलवे ने 20 ट्रेनें चलाई हैं.

सीपीआरओ ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेनों के संचालन के साथ-साथ रेलवे स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है. साथ ही, यह भी कहा गया कि प्लेटफॉर्म पर अपनी ट्रेन का इंतजार करें और अफवाहों से बचें.

अफरा-तफरी का माहौल 

वर्तमान में, प्रयागराज जाने के लिए कोई भी ट्रेन में सीट उपलब्ध नहीं है. जनरल बोगी से लेकर स्लीपर बोगी तक में भी प्रवेश करना संभव नहीं हो पा रहा है. वापसी के दौरान स्थिति और भी गंभीर हो गई है, क्योंकि स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहले से ही प्लेटफार्म पर पहुंच चुके हैं. इस कारण ट्रेन के प्लेटफार्म पर भीड़ बढ़ने से धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी का माहौल बन रहा है.