Tejashwi Yadav: बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. (पलटू महाराज) नीतीश कुमार को लेकर एक बार फिर बिहार की सियासत गरमा गई है. लेकिन इस बार तेजस्वी के बयान से सियासी पारा गरमा गया है. तेजस्वी के बयान से अब कुछ हद तक यह साफ हो गया है कि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ चुनाव लड़ेंगे या नहीं. लेकिन वो आरजेडी के साथ नहीं जाएंगे.
कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर नहीं पहुंचे नितीश
दरअसल, तेजस्वी ने कहा था कि 24 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के राज्य दौरे के किसी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया. जिसके बाद पीके ने नीतीश को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार अपने मंत्रियों और उनके संबंधित विभागों की पहचान कर लें तो उनके खिलाफ लड़ाई बंद हो जाएगी. तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि समस्तीपुर में उपराष्ट्रपति की यात्रा की अगवानी करने में नीतीश कुमार असमर्थ दिखे, जिससे साफ पता चलता है कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.
बता दे, पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर एक कार्यक्रम का आजोयन समस्तीपुर में किया गया, जिसमे शामिल होने उपराष्ट्रपति धनखड़ भी पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, नित्यानंद राय और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान समेत कई बड़े नेता पहुंचे थे. लेकिन इस कार्यक्रम में शामिल होने के बजाय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समस्तीपुर चले गए और कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि दी. नीतीश कुमार के इस कृत्य के बाद बिहार की सियासत काफी गरमा गई.
गिरफ्तारी सिर्फ दिखावा
तेजस्वी यादव से जब पूर्व विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने यह बयान दिया. आरजेडी नेता ने कहा कि अनंत सिंह जिनकी पत्नी नीलम देवी आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ीं और जीतीं, अब दूसरे खेमे में शामिल हो गए हैं. आरजेडी नेता ने कहा कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी महज दिखावा है, कुछ दिनों में उनकी रिहाई हो जाएगी.