मणिपुर में भाजपा सरकार से अपने समर्थन को वापस लेने के संबंध में जनता दल (यूनाइटेड) (जद (यू)) द्वारा आई रिपोर्ट को पूरी तरह से भ्रामक करार दिया गया है. पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ मजबूती से खड़ी है और इस प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए.
जद (यू) का बयान: सरकार से समर्थन नहीं लिया
जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं ने मीडिया में आई रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए कहा कि मणिपुर में भाजपा सरकार को लेकर जो जानकारी दी जा रही है, वह गलत है. पार्टी ने स्पष्ट किया कि जद (यू) भाजपा से अपना समर्थन नहीं हटा रही है और न ही सरकार से किसी प्रकार की दूरी बना रही है. जद (यू) के प्रवक्ता ने कहा, "हम पूरी तरह से राजग के साथ हैं और गठबंधन में बने रहने का हमारा दृढ़ संकल्प है."
राजग का हिस्सा बने रहने का निर्णय
पार्टी ने यह भी बताया कि वे मणिपुर की सरकार में भी सहयोगी दल के रूप में काम कर रहे हैं. जद (यू) के नेता ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में पार्टी का उद्देश्य राज्य में शांति और विकास सुनिश्चित करना है, और वे इस प्रक्रिया में अपने गठबंधन के साथ खड़े हैं. पार्टी ने एक बार फिर इस बात पर जोर दिया कि वे भाजपा से अपने संबंधों में कोई बदलाव नहीं लाएंगे.
भ्रामक खबरों के कारण तनाव
मणिपुर में भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने की अफवाहों ने प्रदेश में राजनीतिक माहौल को कुछ समय के लिए गर्म कर दिया था. विपक्षी दलों ने इन रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए सरकार पर सवाल उठाए, जबकि जद (यू) ने इसे एक कूटनीतिक प्रयास बताया. पार्टी ने स्पष्ट किया कि ऐसी खबरें केवल भ्रम उत्पन्न करने के लिए फैलायी जा रही हैं और इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
एकजुटता की ओर
जद (यू) का यह स्पष्ट बयान यह साबित करता है कि पार्टी राजग के साथ अपनी साझेदारी को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. मणिपुर सहित अन्य राज्यों में चुनावी और राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने के लिए जद (यू) अपने सहयोगियों के साथ एकजुट है और किसी भी प्रकार के भ्रामक प्रचार से बचने का आग्रह करती है.