महाकुंभ में 59 करोड़ से अधिक श्रद्धालु लगा चुके हैं डुबकी, जेल में कैदियों ने भी किया संगम स्नान

महाकुंभ 2025 ने आस्था का एक ऐतिहासिक संगम देखा है, जिसमें अब तक 59 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं. इस बार महाकुंभ की विशिष्टता सिर्फ श्रद्धालुओं के विशाल सैलाब तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश सरकार ने एक अनोखी पहल की है, जिसके तहत जेल में बंद कैदियों को भी त्रिवेणी के पावन जल से स्नान करने का अवसर मिला है. 

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Courtesy: social media

Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 ने आस्था का एक ऐतिहासिक संगम देखा है, जिसमें अब तक 59 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं. इस बार महाकुंभ की विशिष्टता सिर्फ श्रद्धालुओं के विशाल सैलाब तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश सरकार ने एक अनोखी पहल की है, जिसके तहत जेल में बंद कैदियों को भी त्रिवेणी के पावन जल से स्नान करने का अवसर मिला है. 

कैदियों के लिए एक दुर्लभ अवसर

प्रयागराज के महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा रहे हैं, वहीं इस पवित्र अवसर का लाभ प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को भी मिला है. योगी सरकार ने जेल में बंद कैदियों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें भी त्रिवेणी के जल में स्नान करने का अवसर प्रदान किया. प्रदेश की सभी 62 जेलों के कैदियों ने इस पुण्य अवसर का लाभ उठाया, जिसमें प्रयागराज की सेंट्रल नैनी जेल और जिला जेल के कैदी भी शामिल हैं. 

नैनी जेल में कैदियों को मिला त्रिवेणी जल से स्नान का अवसर

प्रयागराज की सेंट्रल नैनी जेल में 1700 से अधिक कैदी हैं, और इनमें से 1400 से अधिक कैदियों को त्रिवेणी के पावन जल से स्नान करने का अवसर प्राप्त हुआ. जेल के वरिष्ठ अधीक्षक रंग बहादुर पटेल ने बताया कि त्रिवेणी से पवित्र जल लाकर जेल के अंदर विधिपूर्वक पूजा अर्चना की गई, और फिर इसे विशेष कुंडों में डाला गया, जहां कैदियों ने पुण्य स्नान किया. इस पवित्र जल से स्नान के बाद जेल परिसर 'हर हर गंगे' के उद्घोष से गूंज उठा.

जिला जेल के कैदियों को भी मिला पुण्य स्नान का अवसर

प्रयागराज की जिला जेल में भी कैदियों को संगम के पवित्र जल से स्नान करने का अवसर मिला. जिला जेल की वरिष्ठ अधीक्षक अमिता दुबे के अनुसार, जेल में कुल 1300 से अधिक कैदी हैं, जिनमें से 1000 से अधिक कैदियों को महाकुंभ के जल से पुण्य स्नान कराया गया. इस अवसर पर भी त्रिवेणी के जल को पूजा अर्चना के बाद कैदियों को स्नान कराने के लिए कुंडों में डाला गया.

भाव विभोर हुए कैदी, गूंजे 'हर हर गंगे' के उद्घोष

संगम के जल से स्नान करने के बाद जेल के कैदी भाव विभोर हो गए और 'हर हर गंगे' के उद्घोष से जेल का पूरा परिसर गूंज उठा. कैदियों ने इस दुर्लभ अवसर के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया और इसे अपने जीवन का एक यादगार पल माना. 

महाकुंभ 2025 ने न केवल लाखों श्रद्धालुओं को संगम की पवित्रता का अनुभव कराया, बल्कि प्रदेश सरकार ने जेल में बंद कैदियों के लिए भी यह पवित्र अवसर सुनिश्चित किया. इससे न सिर्फ उनकी धार्मिक भावनाओं को सम्मान मिला, बल्कि उन्होंने अपने जीवन के सबसे पुण्यपूर्ण पल को भी महसूस किया. अब तक महाकुंभ के दौरान 59 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई है और यह संख्या आने वाले दिनों में और बढ़ने की उम्मीद है.