दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर 382 करोड़ रुपये के घोटाले का गंभीर आरोप लगाया है. माकन का दावा है कि दिल्ली सरकार ने एक सरकारी परियोजना में भ्रष्टाचार किया है, जिससे राज्य की जनता को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि इस घोटाले में भ्रष्टाचार के कई पहलू सामने आए हैं, और इस मामले की जांच होनी चाहिए.
घोटाले का विवरण
अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि केजरीवाल सरकार ने जो 382 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू की थी, उसमें बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ और वित्तीय हेरफेर हुआ है. माकन ने आरोप लगाया कि इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली के नागरिकों को लाभ पहुँचाना था, लेकिन सरकार के अधिकारियों ने निजी हितों के लिए इस राशि का दुरुपयोग किया. माकन ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार ने कई सरकारी नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ.
माकन की मांग
अजय माकन ने दिल्ली सरकार से इस घोटाले की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही की बात करती है, तो उन्हें इस मामले की पूरी जांच करानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. माकन ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्री और अधिकारी इस घोटाले के लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
केजरीवाल सरकार का जवाब
इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली सरकार के प्रवक्ताओं ने इसे निराधार और राजनीतिक आरोप बताया. उन्होंने कहा कि माकन के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और उनका उद्देश्य केवल दिल्ली सरकार की छवि को धूमिल करना है. दिल्ली सरकार ने कहा कि सभी परियोजनाओं में पारदर्शिता बनी रहती है, और यदि कोई अनियमितता हुई है तो उसे तुरंत सुधारने के लिए कदम उठाए जाएंगे.
अजय माकन का यह आरोप दिल्ली की राजनीति में एक नई गर्मी ला सकता है. अगर इस आरोप की जांच होती है और घोटाले की पुष्टि होती है, तो यह दिल्ली सरकार के लिए एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है. फिलहाल, माकन ने जो आरोप लगाए हैं, वह दिल्ली सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं, और इसके परिणामस्वरूप आगामी दिनों में राजनीतिक हलचलों का माहौल बन सकता है.