MahaKumbh2025: महाकुंभ की आध्यात्मिक आभा दुनियाभर से श्रद्धालुओं को प्रयागराज खींच रही है. इसी क्रम में पाकिस्तान से भी एक विशेष अतिथि भारत पहुंचे हैं. कराची स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर और श्मशान घाट के मुख्य पुजारी रामनाथ मिश्र 400 हिंदू और सिखों की अस्थियां हरिद्वार में प्रवाहित करने के लिए आए हैं.
कराची से हरिद्वार तक का सफर
रामनाथ मिश्र, जो कराची में मिश्रा परिवार के एकमात्र सदस्य होने का दावा करते हैं, इस विशेष यात्रा पर अपने परिवार के साथ आए हैं. वह महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर 24 में ठहरे हुए हैं, जहाँ उन्होंने अपने नौ वर्षीय पुत्र का जनेऊ संस्कार स्वामी अधोक्षजानंद के शिविर में संपन्न कराया.
उन्होंने बताया कि संगम के पवित्र जल को दिल्ली ले जाया जाएगा, जहाँ 21 फरवरी को निगम बोध घाट पर अस्थियों की पूजा-अर्चना होगी. इसके बाद, संगम जल को अस्थियों पर छिड़ककर दिल्ली से हरिद्वार तक एक भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी. 22 फरवरी को हरिद्वार के सती घाट पर इन अस्थियों का 100 लीटर दूध की धारा के साथ विसर्जन किया जाएगा.
पाकिस्तान में मंदिर और श्मशान की स्थिति
रामनाथ मिश्र ने बताया कि कराची का पंचमुखी हनुमान मंदिर एक समय अतिक्रमण का शिकार हो गया था, लेकिन काफी प्रयासों के बाद इसे मुक्त कराया गया. अब वहाँ के श्मशान घाट को भी पुनर्निर्मित किया गया है, जहाँ एक साथ 15 शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है.
श्मशान में अस्थियों को सुरक्षित रखने के लिए एक विशेष भवन भी बनाया गया है, जहाँ पिछले नौ वर्षों में सैकड़ों अस्थि कलश एकत्र किए गए थे. मिश्र ने कहा, "जब भारत का वीजा मिला, तब मैंने सभी अस्थियों को एकत्र कर तर्पण की प्रक्रिया पूरी करने का निर्णय लिया."
योगी आदित्यनाथ के प्रशंसक हैं मिश्र
रामनाथ मिश्र का कहना है कि उनके पूर्वजों ने 1,500 वर्षों तक पंचमुखी हनुमान मंदिर की सेवा की है. हालांकि, वह भारत में अपने परिवार से संपर्क में नहीं हैं, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनके पूर्वज संगम प्रयागराज के चकिया गांव से थे.
वह नाथ संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बड़े प्रशंसक हैं. उन्होंने कहा, "मेरा वीजा केवल लखनऊ के लिए था, लेकिन जब मैंने योगी आदित्यनाथ से अन्य तीर्थ स्थलों पर जाने की इच्छा जताई, तो तुरंत प्रयागराज, काशी, मथुरा और अयोध्या की यात्रा की अनुमति मिल गई."
वीजा नियमों में ढील की अपील
मिश्र ने भारत सरकार से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदुओं के लिए वीजा नियमों को आसान बनाने की अपील की. उन्होंने कहा, "अगर सरकार इन देशों के हिंदुओं को सुरक्षा देने के लिए तैयार है, तो वीजा देने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए."