Madhya Pradesh liquor ban: मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के 17 पवित्र नगरों में शराब की दुकानें बंद करने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को यह घोषणा की. इस सूची में उज्जैन सहित कई धार्मिक स्थलों को शामिल किया गया है.
इन पवित्र नगरों में बंद होंगी शराब की दुकानें
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि जिन स्थानों पर शराब की दुकानें बंद की जाएंगी, उनमें दतिया, पन्ना, मंडला, मुलताई, मंदसौर, मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मण्डलेश्वर, ओरछा, चित्रकूट, अमरकंटक, सलकनपुर, बरमान कला, लिंगा, कुंडलपुर, बंदकपुर और बरमनखुर्द शामिल हैं. उन्होंने कहा, "उज्जैन नगर निगम सीमा में शराब की दुकानें पूरी तरह से बंद कर दी जाएंगी. इन दुकानों को कहीं और स्थानांतरित नहीं किया जाएगा."
शराबबंदी की दिशा में पहला कदम
भाजपा नेता मोहन यादव ने इसे राज्य में शराबबंदी की दिशा में पहला कदम करार दिया. उन्होंने कहा, "हम धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी की ओर बढ़ रहे हैं. शराब की लत परिवारों के लिए कई समस्याएं पैदा करती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम अच्छे शासन की ओर बढ़ रहे हैं. हमारा उद्देश्य है कि महिलाएं, बच्चे, किसान और हर कोई बेहतर जीवन जी सके."
धार्मिक महत्व के स्थलों पर शराबबंदी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके नेतृत्व में सरकार धार्मिक महत्व वाले स्थलों पर शराब की बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित करेगी. उन्होंने बताया, "हर कोई शराब के दुष्प्रभावों से वाकिफ है. हम नहीं चाहते कि हमारा युवा वर्ग इस लत का शिकार हो, क्योंकि वे देश का भविष्य हैं. भगवान कृष्ण और भगवान राम ने मध्य प्रदेश के जिन स्थानों पर कदम रखा है, वहां शराब की बिक्री पूरी तरह बंद की जाएगी."
ये है मुख्य बिंदु -