Madhya Pradesh: इस समय पूरे देश के लिए महाकुंभ एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. कल सुबह अचानक यूपी के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भगदड़ मच गया. इस दौरान करीब 30 लोगों की मौत हो गई. साथ ही इस हादसे में 90 लोगों के घायल होने की भी खबर हैं. अभी भी कई लोग अपने लोगों को खोज रहे हैं. कई चेहरों पर अपनों को खोने का दुख है, तो कुछ के चेहरे पर अपनों के खो जाने की चिंता सत्ता रही हैं.
भीड़ के कारण चली गई जान
इस घटना में मध्य प्रदेश से अपने 6 दोस्तों के साथ महाकुंभ में आए एक व्यक्ति की भी जान चली गई. बताया जा रहा है कि मौनी अमावस्या स्नान के दौरान मची भगदड़ के बाद ग्वालियर जिले के तीन लोग लापता हैं. इनमें से एक की मौत की खबर सामने आई है. मंगलवार-बुधवार की रात शाही स्नान के बाद लोग अचानक संगम तट पर पहुंचने लगे, जिसके बाद भगदड़ मच गई. कुछ लोग जमीन पर गिर पड़े, तो लोग उनके ऊपर से भागने लगे. एक आकड़े के मुताबिक, इस हादसे में करीब 30 लोगों की मौत हो गई और 90 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है.
परिवार ने की ये मांग
ग्वालियर जिले के डबरा क्षेत्र के टेकनपुर से कामता बघेल भी इसी हादसे का शिकार हुए. इस दौरान वे 6 दोस्तों के साथ महाकुंभ में स्नान करने पहुंचे थे. वे अपनी निजी कार से प्रयागराज गए थे, जहां वे एक शिविर में ठहरे हुए थे. हादसे के बाद उनके दोस्तों ने बताया कि वे संगम जाने के लिए शिविर से बाहर निकले ही थे. उसी समय वे बेहोश होकर गिर पड़े. हम उन्हें बचाने के प्रयास में उनकी ओर बढ़ना चाहते थे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
हालांकि, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि भगदड़ के कारण कामता बेहोश हो गया था. अब यह कहना मुश्किल है कि उसकी मौत भीड़ में घबराहट के कारण हुई या भगदड़ में. वहीं, कामता के परिवार ने सरकार से इस मौत का कारण पता लगाने की अपील की है.