Lawrence Bishnoi's family: हाल के दिनों में लॉरेंस बिश्नोई की तुलना अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से की जाने लगी है. हाई प्रोफाइल मर्डर केस में नाम आने के बाद पता चला कि उसके पास 700 शूटर्स हैं और विदेशों में उसका नेटवर्क फैला हुआ है. इसे देखते हुए उसे दाउद के लेवल का गैंगस्टर माना जा रहा है.
5 साल की सजा के बाद भी बाहर क्यों?
इस पर लॉरेंस के परिवार से पूछे जाने पर, चचेरे भाई रमेश बिश्नोई ने स्पष्ट किया कि दोनों का नाम जोड़ा जाना गलत है. उन्होंने कहा कि लॉरेंस पर कोई आरोप साबित नहीं हुआ है. उसे फंसाने की कोशिश की जा रही है. वह देशभक्त परिवार का बच्चा है. रमेश ने यह भी कहा कि लॉरेंस इतना बड़ा गैंगस्टर नहीं है. सलमान खान को लेकर उन्होंने कहा कि कोर्ट ने उन्हें 5 साल की सजा सुनाई है, लेकिन वह बाहर हैं.
लॉरेंस के बचपन के बारे में रमेश ने बताया कि वह सरल और पढ़ाई में होशियार था. उसने कॉन्वेंट स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की और फिर चंडीगढ़ चला गया. कॉलेज में चुनाव हारने के बाद, वह गैंगस्टर बना, लेकिन पुलिस उसका नाम फंसाने के लिए इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि लॉरेंस हमेशा शांत स्वभाव का था और समाज सेवा में रुचि रखता था. वह गांव के बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए उनके साथ क्रिकेट खेलता था.
सलीम खान ने लगाया आरोप
सलमान खान के पिता सलीम खान ने आरोप लगाया है कि लॉरेंस फिरौती के लिए काम कर रहा है. इस पर रमेश ने कहा कि यह गलत है. उन्होंने बताया कि लॉरेंस के पास 110 एकड़ जमीन है और वह पैसे का भूखा नहीं है. उन्होंने कभी रंगदारी नहीं की. वही रमेश बिश्नोई ने कहा, "मैं सलीम खान से कहना चाहता हूं कि उनके बेटे और बेटी ने पैसे की मांग की थी, लेकिन हमने कभी पैसे नहीं लिए.