विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया, जिन्होंने कहा था कि दिसंबर में जयशंकर की वाशिंगटन यात्रा का उद्देश्य प्रधानमंत्री के लिए डोनाल्ड ट्रंप के शपथग्रहण समारोह के न्योते का प्रबंध करना था.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए गांधी ने लोकसभा में कहा, “हम अपने विदेश मंत्री को प्रधानमंत्री के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह का न्योता लाने के लिए अमेरिका नहीं भेजेंगे.”
जयशंकर ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दिसंबर 2024 की मेरी अमेरिका यात्रा के बारे में जानबूझकर झूठ बोला.”
विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने तत्कालीन विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मुलाकात करने और भारत के महावाणिज्य दूतों की बैठक की अध्यक्षता करने के लिए अमेरिका का दौरा किया था.
उन्होंने कहा, “मेरी यात्रा के दौरान भावी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मुलाकात हुई थी.”
जयशंकर ने कहा, “किसी भी स्तर पर प्रधानमंत्री को निमंत्रण देने के बारे में चर्चा नहीं की गई. यह सर्वविदित है कि हमारे प्रधानमंत्री ऐसे कार्यक्रमों में शामिल नहीं होते. वास्तव में, भारत का प्रतिनिधित्व आमतौर पर विशेष दूत करते हैं.”
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के झूठ का उद्देश्य राजनीतिक हो सकता है. लेकिन इनसे विदेश में राष्ट्र को नुकसान पहुंचता है.”
विदेश मंत्री ने 24 से 29 दिसंबर तक अमेरिका की यात्रा की थी. ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद यह भारत की ओर से अमेरिका की पहली उच्चस्तरीय यात्रा थी. पिछले महीने, जयशंकर ने ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
(इस खबर को सलाम हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)