New Delhi Financial news: धनतेरस के शुभ अवसर पर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया है कि उसने लंदन में बैंक ऑफ इंग्लैंड की तिजोरियों से 102 टन सोना भारत में लाया है.RBI ने यह कदम भारत के विदेशी मुद्रा भंडार को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया है.सितंबर के अंत तक भारतीय रिज़र्व बैंक के पास कुल 855 टन सोना था, जिसमें से 510.5 टन घरेलू स्तर पर रखा गया है.
घरेलू अस्तर पर ज्यादा सुरक्षित
बता दे, सितंबर 2022 से लेकर अब तक RBI ने 214 टन सोना भारत में भेजा है.दुनिया में बढ़ते भू-राजनीतिक स्थिति के चलते RBI और भारत अपनी सभी संपत्तियों को सुरक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं.इस बात को लेकर सरकार का विचार है कि देश का सोना घरेलू अस्तर पर रखना सबसे ज्यादा अच्छा है.साथ ही सुरक्षा की दृस्टि से भी बहुत अच्छा है.
साल 1990 के दशक के के बाद से देश के लिए ये सबसे बड़ा कदम है.जब भारत को किसी चीज की खरीदारी में अपना सोना रखें होता है तो देश के लिए ये सबसे बड़ा कदम होता है.RBI और भारत सरकार ने शिपमेंट को गुप्त रखने के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं, जिससे की इसकी जानकारी लीक न हो सके.
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने भी रखा सोना
फिलहाल, बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स में 324 टन सोना सुरक्षित हिरासत में रखा गया है.इसके अलावा, लगभग 20 टन सोना अन्य जगह जमा किया गया है.बैंक ऑफ इंग्लैंड न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का संरक्षक है और लंदन बुलियन मार्केट तक पहुंच के कारण इसने सोना जमा करने का प्रमुख लाभ प्रदान किया है .
RBI की ताजा रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी सोने की होल्डिंग में इज़ाफा किया है, जो सितंबर के अंत में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का 9.3% था, जबकि मार्च के अंत में यह 8.1% था .