CBSE Board Exam: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अगले शैक्षणिक सत्र से 10वीं बोर्ड परीक्षा में कई अहम बदलावों का ऐलान किया है. अब सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी, और इस बदलाव का मसौदा जल्द ही सार्वजनिक सुझावों के लिए जारी किया जाएगा. इसके साथ ही, परीक्षा का शेड्यूल भी पहले से कम किया जा सकता है.
दो बार आयोजित होगी 10वीं बोर्ड परीक्षा
सीबीएसई ने घोषणा की है कि शैक्षणिक सत्र 2026-27 से 10वीं बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी. इस बदलाव के पीछे छात्रों को अधिक अवसर देना और परीक्षा के तनाव को कम करना है. सीबीएसई ने कहा है कि इस प्रस्तावित बदलाव का मसौदा जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा, ताकि छात्रों और शिक्षकों से सुझाव प्राप्त किए जा सकें.
परीक्षा का समय घटाया जाएगा
मौजूदा समय में 10वीं बोर्ड परीक्षा पूरे एक महीने तक चलती है, और इस दौरान विभिन्न विषयों के पेपरों के बीच का अंतर तीन से लेकर 10 दिनों तक हो सकता है. उदाहरण के तौर पर, इस साल 10वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होकर 18 मार्च तक चलेंगी. लेकिन नए बदलाव के तहत, परीक्षा का समय घटाकर दो सप्ताह से भी कम किया जा सकता है. इससे छात्रों को कम समय में परीक्षा पूरी करने का अवसर मिलेगा और वे जल्दी परिणाम का इंतजार कर सकेंगे.
पेपर के बीच का अंतर कम होगा
अगर 10वीं की परीक्षा साल में दो बार होती है, तो पेपरों के बीच का अंतर भी कम किया जाएगा. इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी परीक्षाएं जल्दी से जल्दी संपन्न हो सकें, और परिणाम जून तक घोषित किए जा सकें. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका मतलब यह हो सकता है कि अब पेपरों के बीच का अंतर एक सप्ताह से लेकर 10 दिनों तक सीमित हो जाएगा.
जल्द जारी होगा ड्राफ्ट
सीबीएसई के इस बदलाव के प्रस्ताव पर हाल ही में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में सीबीएसई, केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) और एनसीईआरटी के अधिकारियों के साथ बैठक की गई थी. इस बैठक में साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के मुद्दे पर चर्चा की गई थी. शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई से ड्राफ्ट योजना साझा करने के लिए कहा है, जिसे बाद में सार्वजनिक सुझावों के लिए जारी किया जाएगा.
क्या होगा 12वीं के लिए?
शुरुआत में यह योजना केवल कक्षा 10 के छात्रों के लिए लागू की जाएगी. 12वीं के छात्रों के लिए इसे कब लागू किया जाएगा, इसका फैसला कक्षा 10 के छात्रों के अनुभव के आधार पर किया जाएगा.