'हिम्मत है तो CAG रिपोर्ट्स पर बहस करें', कांग्रेस ने केजरीवाल को दी चुनौती

कांग्रेस ने बुधवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 14 विवादास्पद रिपोर्ट विधानसभा में पेश करने को लेकर हमला बोला. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पहले वह यूपीए सरकार (UPA-2) के खिलाफ फर्जी सीएजी मसौदा रिपोर्ट लेकर देशभर में घूमते थे .

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Delhi election: कांग्रेस ने बुधवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 14 विवादास्पद रिपोर्ट विधानसभा में पेश करने को लेकर हमला बोला. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पहले वह यूपीए सरकार (UPA-2) के खिलाफ फर्जी सीएजी मसौदा रिपोर्ट लेकर देशभर में घूमते थे, लेकिन अब जब रिपोर्ट उनके खिलाफ आई है तो वह चुप हैं.

केजरीवाल को खुली बहस की चुनौती

पवन खेड़ा ने अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि क्या उन्होंने अपनी CAG रिपोर्ट पढ़ी है? वे पहले हमारे खिलाफ फर्जी रिपोर्ट्स लेकर घूमते थे. अब जब उनके खिलाफ इतनी सारी रिपोर्ट्स आई हैं, तो उनकी जुबान क्यों बंद है? उन्होंने आगे कहा कि हिम्मत है तो आएं और अपनी CAG रिपोर्ट्स पर बहस करें.

राहुल गांधी का भी हमला

इससे पहले, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी दिल्ली शराब नीति घोटाले को लेकर अरविंद केजरीवाल पर तीखा वार किया था. राहुल गांधी ने कहा था कि केजरीवाल पहले छोटी गाड़ी में आते थे और नई राजनीति का वादा करते थे. याद है, वे बिजली के खंभे पर चढ़कर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करते थे? अब वे इस देश के सबसे बड़े शराब घोटाले में फंसे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब मोदी जी ने मुझे मेरे घर से निकाला, तो मैंने चाबियां सौंप दीं, लेकिन केजरीवाल शीश महल में रहते हैं, जिसे पूरा देश देख चुका है.

CAG रिपोर्ट्स पर विवाद

दिल्ली सरकार पर आरोप है कि वह CAG की उन रिपोर्ट्स को पेश करने से बच रही है, जिनमें सरकार की नीतियों और कामकाज की आलोचना की गई है. भाजपा द्वारा इन रिपोर्ट्स के कई हिस्से सार्वजनिक भी किए जा चुके हैं. इन रिपोर्ट्स में दिल्ली की शराब नीति, मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास का नवीनीकरण, वायु प्रदूषण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सरकारी विभागों के प्रदर्शन जैसे अहम चुनावी मुद्दों को लेकर सवाल उठाए गए हैं. दिल्ली में विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होंगे और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.